फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाला: प्रधानाध्यापकों ने बिना जांच किए दे दी तैनाती, फर्जी शिक्षकों को जॉइनिंग कराने वाले 80 प्रधानाध्यापकों को निलंबित किया जाएगा, कूटरचित दस्तावेज से नौकरी पाने वाले 108 शिक्षकों के खिलाफ होगी एफआइआर

मथुरा : फर्जी शिक्षक भर्ती घोटाला में कूटरचित दस्तावेज के आधार पर शिक्षकों को पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्ति कराने वाले करीब 80 प्रधानाध्यापकों को निलंबित किया जाएगा। वहीं फर्जी से नौकरी पाने वाले 108 शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर भी कराई जाएगी।
शुक्रवार देर रात तक बीएसए कार्यालय में नियुक्ति कराने वाले प्रधानाध्यापकों की लिस्ट तैयार कराई जा रही थी। 1विज्ञान और गणित के 29334 शिक्षक भर्ती में 108 शिक्षक कूटरचित दस्तावेज से नौकरी पाने में सफल हुए थे। विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों ने भी कागजी कार्रवाई पूरी किए बिना ही उन्हें पदभार ग्रहण करा दिया। उच्चस्तरीय जांच समिति के संज्ञान में यह बात सामने आने पर प्रधानाध्यापकों के खिलाफ भी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं। इस आदेश के बाद आनन-फानन में फर्जी शिक्षकों को पदभार ग्रहण कराने वाले प्रधानाध्यापकों की सूची तैयार कराई जाने लगी। करीब 80 प्रधानाध्यापकों की ओर से शिक्षकों को यह पदभार ग्रहण कराया गया। इन प्रधानाध्यापकों को निलंबित किया जाएगा और 108 शिक्षकों के खिलाफ एफआइआर कराई जाएगी। बीएसए चंद्रशेखर ने बताया कि फर्जी दस्तावेज से नौकरी प्राप्त करने वाले शिक्षकों को गलत तरीके से पदभार ग्रहण कराने वाले प्रधानाध्यापकों को निलंबित किया जाएगा।

करीब 80 प्रधानाध्यापकों के नाम प्रकाश में आए हैं। इनकी देर रात तक लिस्ट तैयार कराई जा रही है। कूटरचित दस्तावेज से नौकरी पाने वालों के खिलाफ भी एफआइआर कराई जाएगी।

नहीं हुई जिला चयन समिति की बैठक : शिक्षक भर्ती घोटाले की जांच की प्रगति और समीक्षा के लिए शुक्रवार को डायट पर जिला चयन समिति की बैठक बुलाई गई थी। समिति के सदस्य न पहुंचने के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा। समिति के अध्यक्ष और डायट प्राचार्य डॉ. मुकेश अग्रवाल ने बताया कि समिति के सदस्य न आने के कारण बैठक को स्थगित करना पड़ा।
कार्रवाई की सराहना: : अखिल भारतीय समता फाउंडेशन ने शिक्षक भर्ती घोटाला में की कार्रवाई की सराहना की है। अध्यक्ष लुकेश कुमार राही, विक्रम शर्मा, भारत चंदेल, हिम्मत सिंह, डॉ. बीएल सागर आदि ने निष्पक्ष जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की मांग की है।