भत्ते नहीं, राज्यकर्मियों और शिक्षकों को पुरानी पेंशन भी चाहिए: शिक्षकों के साथ मिलकर संघर्ष के लिए गठित किया नया मंच

लखनऊ : सवा साल पुरानी योगी सरकार ने जल निगम से लेकर कल्याण निगम और कोटेदारों से लेकर राज्य कर्मचारियों तक के प्रस्तावित आंदोलन को देखते हुए भत्ताें की घोषणा करने की तैयारी तो कर ली, लेकिन कर्मचारियों का कहना है कि अब इतने भर से बात बनने वाली नहीं है।
कर्मचारियों ने लंबे इंतजार के बाद पुरानी मांगें भी फाइलों से निकाल ली हैं। इसमें से पुरानी पेंशन बहाली की प्रमुख मांग के लिए कई संगठनों ने नया मंच गठित कर लिया है।1राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी ने बताया कि कर्मचारियों व शिक्षकों के कई संगठनों के साथ पीसीएस अधिकारी भी इसके लिए उनके साथ आ गए हैं, जबकि आइएएस एसोसिएशन को भी न्योता दिया गया है। मंच में रेलवे व आयकर के केंद्रीय कार्मिकों के साथ प्रदेश के कर्मचारियों व शिक्षकों के संगठनों को शामिल किया गया है। ‘कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पुरानी पेंशन बहाली मंच’ की शुक्रवार को हुई बैठक के बाद मंच के पदाधिकारियों ने संघर्ष का एलान करते हुए आइएएस एसोसिएशन के अध्यक्ष प्रवीर कुमार से मुलाकात कर उनसे भी मंच में शामिल होने का आग्रह किया। पदाधिकारियों के मुताबिक आइएएस एसोसिएशन के सकारात्मक रुख से उन्हें बल मिला है। 1शिक्षक संघ ने संभाली कमान: कर्मचारी, शिक्षक, अधिकारी पेंशन बहाली मंच का अध्यक्ष जहां उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ.दिनेश चंद्र शर्मा को बनाया गया है, वहीं यूपी पीसीएस एसोसिएशन के अध्यक्ष यूपी सिंह व महासचिव निखिल शुक्ला को समन्वयक बनाया गया है। राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी संयोजक की भूमिका में हैं, जबकि सचिवालय संघ के अध्यक्ष यादवेंद्र मिश्र, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ के अध्यक्ष रजनीकांत द्विवेदी आदि को जिम्मेदारी दी गई।