अंतरजनपदीय स्थानांतरण प्रकिया हेतु पांच दिन से चक्कर काट रहीं शिक्षिकाएं, बीएसए कार्यालय पर गिरी गाज से जरूरी काम प्रभावित हो रहे प्रभावित

मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले उजागर होने के बाद बीएसए कार्यालय पर गिरी गाज से जरूरी काम प्रभावित हो रहे हैं। बाहरी अंतरजनपदीय स्थानांतरण होने के बाद महिला शिक्षक कार्यमुक्ति पत्र के लिए बीएसए कार्यालय के चक्कर लगा रही हैं।
न मिलने से परेशान महिला शिक्षकों का कहना है कि अगर 28 जून तक ज्वॉइनिंग नहीं की तो स्थानांतण निरस्त हो जाएंगे। मुनासिब जवाब न मिलने से परेशान शिक्षिकाओं ने जिलाधिकारी को पत्र लिख जल्द ही कार्यमुक्ति पत्र दिलाए जाने की मांग की है। समस्या यह है कि खंड शिक्षा अधिकारियों को 22 जून तक कार्यमुक्ति प्रमाण पत्र देना था, जो अभी तक नहीं मिला है। भर्ती घोटाले में चार खंड शिक्षा अधिकारियों के निलंबन के बाद यह समस्या और बढ़ गई है। पीड़ित शिक्षिका संध्या गोयल का कहना है उसका स्थानांतरण अलीगढ़ हुआ है। पांच दिन से कार्यालय में बीएसए का इंतजार में बैठ लौटना पड़ रहा है। कार्यालय में कोई जवाब देने वाला नहीं है। प्राची वर्मा का कहना है ट्रांसफर गौतम बुद्ध नगर हो गया। कार्यमुक्ति प्रमाण पत्र न मिलने से परेशान हैं। सुबह आते है और शाम तक इंतजार कर लौट जाते हैं। जल्द कार्यमुक्त नहीं किया गया तो 28 जून के बाद ट्रांसफर निरस्त हो जाएंगे, कुछ समझ में नहीं आ रहा। अन्य पीड़ित शिक्षिकाओं में भावना सिंघल, दीपा सरीन, नीलम तिवारी, साइस्ता बेगम, निशा, सीमा अंजुम आदि ने जिलाधिकारी से कार्यमुक्ति प्रमाण पत्र दिलाए जाने की गुहार लगाई है।