मथुरा: शिक्षक भर्ती घोटाले में 16 की गिरफ्तारी के बाद भी कई गर्दनों
पर तलवार लटकी है। कुछ शिक्षक नेताओं की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही हैं।
पुलिस कार्रवाई में शिकंजा कसता देख रैकेट के सदस्य रसूकदारों की शरण में
जा रहे हैं।
वहीं अब उर्दू शिक्षक भर्ती में भी घोटाले की आशंका जताई जाने
लगी है। इस भर्ती पर भी जल्द जांच बैठाने की तैयारी हो रही है।
शिक्षक भर्ती घोटाले के प्रकाश में आने के बाद बीएसए कार्यालय की पहचान
भ्रष्टाचार केंद्र के रूप में बन चुकी है। 29 हजार शिक्षक भर्ती में नौ
शिक्षक, तीन कार्यालय कर्मचारी, चार मास्टर माइंड सहित 16 की गिरफ्तारी ने
रैकेट के सदस्यों को हिला दिया है। मास्टरमाइंड से पूछताछ में भ्रष्टाचार
की कई परतें सामने आई हैं। पूछताछ में पता चला है कि इस मामले में कई
कड़ियां है।1 किस सदस्य को व्यक्ति को फंसाना है और किसे दस्तावेज तैयार
कराना है। यह सारा काम बंटा हुआ था। अभी एसटीएफ और पुलिस इस गिरोह की अगली
कड़ी तक पहुंचना चाहती है, ताकि दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सके।
पुलिस कई शिक्षक नेताओं के घर भी दबिश दे रही है। यदि शिक्षक नेता हत्थे
चढ़ते हैं तो कुछ और नाम जांच में सामने आएंगे।
शिक्षक भर्ती घोटाला रैकेट के सदस्य जांच को ठंडे बस्ते में डालने के लिए
एडी-चोटी का जोर लगा रहे हैं। इसके लिए वह रुपया पानी की तरह बहाने की
तैयारी में हैं।
0 Comments