शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़ा, पत्रावलियां तलब, जांच शुरू

मानक विपरीत दिया गया 199 शिक्षकों को नियुक्ति पत्र
-बीएसए ने गठित की तीन सदस्यीय टीम, पत्रावलियां तलब
संवादसूत्र, बाराबंकी : जिले में शिक्षक भर्ती का फर्जीवाड़ा सामने आया है।
जिस पर बेसिक शिक्षा मंत्री अनुपमा जायसवाल ने जांच के आदेश दे दिए हैं। भर्ती की जांच तीन सदस्यीय कमेटी करेगी। इसको लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने कार्यालय से पत्रावलियां तलब की है। यह जांच भाजपा सांसद के अनुरोध पर की जा रही है।
प्रदेश में बेसिक शिक्षा विभाग में 12460 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया चल रही है। जिले में 287 पद रिक्त हैं, जिसके सापेक्ष एक माह पहले 199 शिक्षक भर्ती की गई और नियुक्ति पत्र तत्कालीन बीएसए पीएन ¨सह ने दिया था। शिक्षक भर्ती में अनियमितताओं को लेकर भाजपा सांसद प्रियंका ¨सह रावत ने मंगलवार को शिक्ष मंत्री के आवास पर मिली और शिक्षक भर्ती में फर्जीवाड़े का आरोप लगाया। मंत्री को बताया गया कि डीईएड और बीएलएड में तमाम तरीके से फर्जीवाड़ा हुआ है। किसी ने टेट का फर्जी प्रमाण पत्र लगाया है तो किसी का प्रशिक्षण कॉलेज ही अवैध है। मेरिट गुणांक को बढ़ाने के लिए पूर्णांकों को भी कम कर दिया, जिसकी सत्यापन के समय जांच भी नहीं होती है और ऐसे अभ्यर्थी बच निकलते हैं। निकाली गई कटऑफ में भी फर्जीवाड़ा किया गया है। सांसद के आरोपों पर मंत्री ने जिले के बीएसए से बात की और तत्काल जांच के निर्देश दिए हैं। बेसिक शिक्षा मंत्री ने निर्देश दिया है कि यह मुद्दा काफी गंभीर है, तुंरत जांच करके फर्जी लोगों को बाहर किया जाए, उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराए जाने का आदेश दिया है। इस आदेश के बाद बीएसए ने कार्यालय से पत्रावलियां तलब की है।

इन्होंने सांसद से की थी मांग : प्रशिक्षु संघ के विकास वर्मा, विवेक शुक्ला, अर्पित श्रीवास्तव, विजय ¨सह, नीरज आदि ने भाजपा सांसद से जिले में हुए शिक्षक घोटाले की बात बताई थी। सांसद ने इस पर तत्काल संज्ञान लिया और मंगलवार को बेसिक शिक्षा मंत्री से मिली।
कोट

बेसिक शिक्षा मंत्री ने शिक्षक भर्ती के मामले में जांच के निर्देश दिए हैं। जांच शुरू कर दी गई है। तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर पत्रावलियां मांगी गई है। यदि मामला संदिग्ध है तो इस पर जांच पूरी करने के बाद कड़ी कार्रवाई के लिए शासन को लिखा जाएगा।