बीएसए ने डेढ़ दर्जन शिक्षकों का वेतन रोका

अमरोहा : जिलाधिकारी के आदेश पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने जिले के 49 स्कूलों में छापेमारी की। कहीं शिक्षक गायब थे तो कहीं छात्रों की नामांकन संख्या के साथ ही अव्यवस्थाएं हावी मिली। इस पर बेसिक शिक्षा अधिकारी गौतम प्रसाद ने कार्रवाई करते हुए डेढ़ दर्जन शिक्षकों के वेतन व शिक्षामित्रों के मानदेय पर रोक लगा दी है। कई का स्पष्टीकरण भी तलब किया है।

दो जुलाई से परिषदीय स्कूलों में पठन-पाठन शुरू हो गया है लेकिन शिक्षक एवं शिक्षामित्र स्कूल नहीं पहुंच रहे हैं। छात्र नामांकन में भी शिक्षक रुचि नहीं दिखा रहे हैं। लगातार मिल रहीं शिकायतों के बाद जिलाधिकारी हेमंत कुमार ने बीएसए को टीमें बनाकर स्कूलों की छापेमारी करने के निर्देश दिये थे। 49 स्कूलों की छापेमारी में ही सारी हकीकत खुलकर सामने आ गई।

प्राथमिक विद्यालय बागड़पुर इम्मा में शिक्षामित्र रेखा, करौंदी में शिक्षामित्र मुस्तकीम अली, चक पायंती में शिक्षामित्र नगमा बेगम, जोगीपुरा में शिक्षामित्र गजेंद्र ¨सह गायब मिले। लिहाजा बीएसए ने इन सभी के मानदेय पर रोक लगा दी है। इसी तरह से प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालय कटाई में नामांकन संख्या कम होने के साथ ही मध्याह्न भोजन की स्थिति ठीक नहीं थी, इस पर बीएसए ने यहां के प्रधान अध्यापक का स्पष्टीकरण तलब किया है। प्राथमिक विद्यालय श्यामपुर में भी शिक्षामित्र गायब मिले। लिहाजा शिक्षामित्र शहनाज व उजमा खानम का मानदेय रोका गया है। प्राथमिक विद्यालय फत्तेपुर अब्बू में छात्र नामांकन संख्या काफी कम पाई गई। इस पर बीएसए ने प्रधान अध्यापक जैनुल आवेदिन, सहायक अध्यापक मुजफ्फर खातून व शिक्षामित्र साहिल सुल्तान का वेतन व मानदेय पर रोक लगा दी है।

प्राथमिक विद्यालय कपासी में छात्र नामांकन संख्या कम होने के साथ ही शिक्षक डायरी नहीं बनाई गयी थी। इस पर बीएसए ने मुब्तल हुसैन, अरुद्दीन व जयवीर ¨सह के वेतन पर रोक लगा दी है। उच्च प्राथमिक विद्यालय पलौला में टीम को प्रधान अध्यापक अनिल कुमारी गायब मिली, लेकिन सहायक अध्यापक मोहम्मद अली व चारू लता ने बिना प्रार्थनापत्र के ही उनकी छुट्टी भर दी।