वे आगरा में मृतक शिक्षामित्रों के यहां पहुंचे थे, जहां उन्होंने शोक संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि शिक्षामित्रों के साथ कुछ भी गलत नहीं होने दिया जाएगा।
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एमएलसी डॉ. असीम यादव ने कहा कि प्रदेश में शिक्षामित्रों की अवसाद एवं आर्थिक तंगी से ग्रसित होकर अब तक 700 से अधिक मौतों की जिम्मेदार प्रदेश की वर्तमान संवेदनशील सरकार है। सरकार को शिक्षामित्रों की मांगों को मानते हुए तत्काल निर्णय लेने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने पर शिक्षामित्रों को पुन शिक्षक पद पर समायोजित किया जाएगा। इसके साथ ही मृतक के परिवारों को आर्थिक मदद करते हुए परिवार के एक सदस्य को योग्यतानुसार नौकरी दी जाएगी।
विधानसभा में उठेगा ये मुद्दा
डॉ. असीम यादव ने कहा कि मृतक शिक्षामित्र रीता देवी, सोन देवी एवं निजामुद्दीन की मौत का मुद्दा विधान परिषद में उठाया जाएगा। इस दौरान उनके साथ उत्तर प्रदेश प्राथमिक शिक्षामित्र संघ के जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र छौंकर, शिशुपाल चाहर, देवेन्द्र, राम निवास, रनवीर सिकरवार, रामपाल, संजय, देशराज, भरत सिंह, करतार सिंह यादव मुख्य रूप से मौजूद रहे।
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