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- जिले के अंदर समायोजन व स्थानांतरण में नई नीति की जगह शिक्षकों की मुराद पूरी
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- टीईटी 2018 के लिए सितंबर के दूसरे सप्ताह से ऑनलाइन आवेदन , इम्तिहान फरवरी 2019 में , शीर्ष कोर्ट के आदेश पर भर्ती
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जिले में कई परिषदीय स्कूलों में छात्र संख्या कम और शिक्षक अधिक हैं तो कहीं हालात इसके विपरीत हैं और छात्र संख्या अधिक है लेकिन, शिक्षक कम हैं। छात्र-शिक्षक अनुपात को सही करने और एकल और बंद विद्यालयों में शिक्षकों की तैनाती के लिए जनपद के अंदर समायोजन/तबादले की प्रक्रिया की जाएगी। इसमें आवश्यकतानुसार म्युचल तबादले भी भी किए जाएंगे। इसके साथ ही शिक्षामित्रों को भी मूल विद्यालयों में वापस भेजने या फिर उनके मौजूदा स्कूल में ही तैनात रहने के लिए विकल्प लिए जाएंगे और इन विकल्पों के आधार पर समायोजन/तबादले की प्रक्रिया होगी। महिला शिक्षामित्रों को उनकी ससुराल और मायके कहीं के भी स्कूल में जाने की छूट दी जाएगी, लिहाजा उनका समायोजन अन्य जनपदों में भी हो सकता है। इन दोनों प्रक्रियाओं के लिए ही शासन से मंजूरी मिल चुकी है और शासन ने इन प्रक्रियाओं को 5 अगस्त तक पूर्ण करने का लक्ष्य दिया था लेकिन, अभी तक शासन से पद निर्धारण न हो पाने के कारण दोनों प्रक्रियाएं लटकी हुई हैं। इनमें जिले में पहले शिक्षकों के समायोजन की प्रक्रिया पूर्ण की जाएगी। इसके बाद शिक्षामित्रों की प्रक्रिया शुरू होगी।