शिक्षामित्रों के समायोजन से खड़ी होंगी मुश्किलें

जागरण संवाददाता, मैनपुरी: शिक्षामित्रों के समायोजन के बाद परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण कार्य प्रभावित होने लगा है। समायोजन के बाद कुछ विद्यालय एकल हो गए हैं तो कुछ विद्यालयों में दो-दो शिक्षामित्र पहुंच गए हैं।
जिले में 1633 परिषदीय प्राथमिक विद्यालय हैं। इनमें 1900 शिक्षामित्रों की तैनाती थी।
इन सभी शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित करने के बाद उनके स्थानांतरण इधर-उधर हो गए थे। वर्ष 2017 में जब सुप्रीम कोर्ट ने शिक्षामित्रों का सहायक अध्यापक के पद से समायोजन निरस्त किया तो उन्होंने मूल विद्यालय में तैनाती की मांग की। जिसके बाद शासन ने जुलाई के अंतिम

सप्ताह में शिक्षामित्रों को उनके मूल विद्यालय में समायोजित करने का आदेश दे दिया था। लेकिन उनके मूल विद्यालय में वापसी के बाद विभाग के सामने शिक्षण कार्य का संकट खड़ा हो गया है। बीएसए विजय प्रताप सिंह का कहना है कि जल्द ही शिक्षकों को समायोजित कर इसे दूर कर लिया जाएगा। महिला शिक्षामित्रों ने विधायक को सौंपा ज्ञापन
शिक्षामित्रों को मूल विद्यालयों में भेजने के आदेश के बाद जिला स्तर से समायोजन में 90 महिला शिक्षामित्रों का समायोजन उनके ससुराल क्षेत्र के विद्यालय में नहीं हो सका। शिक्षामित्रों ने रविवार को विधायक रामनरेश अग्निहोत्री से ज्योंती रोड स्थित उनके आवास पर पहुंच ज्ञापन दिया। इस दौरान विनीत प्रताप ¨सह चौहान, अनुराग मिश्रा, अजय यादव, हेम¨सह यादव, सुमन यादव, शशिप्रभा, पल्लवी, कुसुमा, रागिनी आदि शामिल रहीं। पेंशन बहाली को सांसद से मिले

मैनपुरी : पुरानी पेंशन बहाली के लिए अटेवा पेंशन बचाओ मंच के पदाधिकारियों ने दिल्ली में सांसद तेजप्रताप यादव व धर्मेंद्र यादव से मुलाकात की। जिलाध्यक्ष जितेंद्र ¨सह ने कहा कि पुरानी पेंशन बहाली को इस बार सपा अपने चुनावी घोषणा पत्र में शामिल करे। इस दौरान प्रदेश प्रवक्ता डॉ. आसाराम यादव, मंजीत पटेल, आराध्य पांडेय, जुग्गीलाल वर्मा, बीके यादव मौजूद रहे। (वि.)