68,500 शिक्षक भर्ती की लिखित परीक्षा अब नये पैटर्न पर होगी। इसमें अति लघुत्तरीय की जगह बहुविकल्पीय प्रश्न पूछे जाएंगे और अन्य परीक्षाओं की तरह इसमें भी ओएमआर शीट दी जाएगी। लिखित परीक्षा 6 जनवरी, 2019 को होनी है।
68,500 शिक्षक भर्ती की पहली लिखित परीक्षा से सबक लेते हुए इस बार पैटर्न बदला जा रहा है। पैटर्न बदलने की मुख्य वजह मानवीय हस्तक्षेप को खत्म करना है।
ओएमआर (आप्टिकल मार्क्स रिक्गनिशन)शीट कम्प्यूटराइज्ड तरीके से चेक होगी। इसमें शिक्षकों का कोई हस्तक्षेप नहीं होगा। वहीं इसमें काम जल्दी खत्म होगा। इस भर्ती की लिखित परीक्षा के लिए 11 से 25 दिसंबर तक पंजीकरण होगा और इसके बाद 6 जनवरी को इसकी लिखित परीक्षा का आयोजन होगा। 18 नवम्बर को होने वाली टीईटी में सफल अभ्यर्थी ही इसमें भाग ले सकेंगे। लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थी ही भर्ती प्रक्रिया का हिस्सा बनेंगे।
दरअसल सूबे में हुई पहली लिखित परीक्षा में किया गया प्रयोग सफल नहीं रहा। इस परीक्षा में अतिलघुत्तरीय प्रश्न पूछे गए और इन्हें शिक्षकों से जंचवाया गया। एक तो इसमें जरूरत से ज्यादा समय लगा, दूसरे इसमें कई तरह की गलतियां भी उजागर हुईं। नंबरों के हेरफेर, फेल अभ्यर्थियों को पास और पास अभ्यर्थियों को फेल करने के मामले भी सामने आये। अब सरकार पुनर्मूल्यांकन के लिए भी आवेदन ले चुकी है। लगभग 30 हजार अभ्यर्थियों ने पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन किया है। अनुमान के मुताबिक, 30751 अभ्यर्थियों की कॉपी जांचने में 10 दिन का समय लगेगा। बैठकों में शासन स्पष्ट कर चुका है कि अगली परीक्षा में ऐसे प्रश्न पूछने पर भी पाबंदी होगी जिसके एक से ज्यादा जवाब हों यानी जिनके उत्तर स्पष्ट हो, ऐसे ही प्रश्न पूछे जा सकेंगे।
Information on UPTET Exam , Results , UPTET Admit Cards , 69000 Shikshak Bharti , Counselling , Niyukti Patra for UP Teachers & other related information
Breaking News
- 2004 में शिक्षामित्रों की नियुक्तियों हेतु जारी विज्ञप्ति: इसी विज्ञप्ति के आधार पर हुआ था शिक्षामित्रों की का चयन
- ख़बरें अब तक - 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती - Today's Headlines
- वित्तविहीन शिक्षकों को मानदेय की पहली किस्त अक्टूबर में, यह होगा सहायक अध्यापक व प्रधानाचार्य का मानदेय
- समस्त AD बेसिक व BSA के CUG मोबाइल नम्बर : 72825 प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती Latest News
- Shikshamitra Appointment: 2001 में शिक्षामित्रों की नियुक्ति सहायक अध्यापकों के रिक्त पदों के सापेक्ष ही हुई थी