शिक्षक भर्ती मामला: कटऑफ से ज्यादा मिले नंबर, फिर भी कर दिया फेल

लखनऊ। यूपी में 68500 शिक्षक भर्ती मामले में आपको अब तक पता होगा कि कैसे परीक्षा में फेल अभ्यर्थियों को नौकरी दे दी गई। इसके अलावा पास अभ्यर्थियों को कंप्यूटर में मार्क्स चढ़ाए जाने के दौरान फेल कर दिया।
जिससे उन्हें नौकरी नहीं मिल पाई। ऐसे ही तमाम अभ्यर्थी सोमवार को सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय पहुंचे और अपॉइंटमेंट दिए जाने की मांग की। दरअसल 68500 शिक्षक भर्ती मामले में अब फिर से एक के बाद एक गड़बड़ियां सामने आ रही हैं। परीक्षा की स्कैन कांपियां जब बागर आईं तो 23 नए अभ्यर्थी सामने आए हैं, जिन्हें परीक्षा के कटऑफ से ज्यादा अंक मिले हैं। लेकिन गड़बड़ी की बात तो यह है कि कंप्यूटर में अंक कम चढ़ाए गए हैं।
प्रदर्शित सूची में इन अभ्यर्थियों को फेल दर्शाया गया है। अब इन्हें भी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है। परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में सोमवार को इन अभ्यर्थियों ने इसकी सूची सौंपी। जिसमें अंकित वर्मा नाम से 22 नंबर दर्शाए गए हैं, जबकि स्कैन कॉपी में इन्हें 122 नंबर मिले हैं। कुलदीप कुमार की स्कैन कॉपी में 106 नंबर हैं,जबकि रिजल्ट में 16 अंक दिखाए जा रहे हैं। इन अभ्यर्थियों की लिस्ट यही नहीं खत्म हुई, इसी क्रम में शोर्य सिंह को 104, जबकि रिजल्ट में 44 नंबर दिखाए गए हैं। प्रीति भारती और मनोज कुमार को स्कैन कॉपी में 98-98 अंक मिले हैं जबकि रिजल्ट में 48 और 19 नंबर दिए गए हैं।
इसी तरह अजमल को स्कैन कॉपी में 92, किरन देवी को 87, अन्नपूर्णा तिवारी को 80, प्रियंका राजपूत को 77, उमा राजपूत को 90, रिजवाना परवीन को 87, संतोष को 85, अजय वीर को 81, रविश कुमार को 71, आराधना वर्मा को 74, बबलू बिंद को 77, सोनी यादव को 76, पूजा को 75, शिखा यादव को 75, , राजेश कुमार, यतीश कुमार सेंगर को 91, भूपेश कुमार को 71 और विवेकानंद ठाकुर को स्कैन कॉपी में 73 नंबर आए हैं।

इन अभ्यर्थियों ने परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय में ज्ञापन देकर नियुक्ति दिए जाने की मांग की है। अभ्यर्थियों की मांग है कि जांच कमेटी की रिपोर्ट के अनुसार उन 53 अभ्यर्थियों की सूची जारी की जाए, जिन्हें फेल होने के बाद भी नियुक्ति दी गई।