एनबीटी, लखनऊ: बैक पेपर करवाए जाने की मांग कर रहे बीटीसी-2015 बैच के
प्रशिक्षुओं ने सोमवार को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद
(एससीईआरटी) निदेशालय पर प्रदर्शन किया। उन्होंने परीक्षा शेड्यूल जारी न
होने पर नाराजगी जताई और अक्टूबर के अंत तक परीक्षा करवाने की मांग की।
इस
दौरान उन्होंने एससीईआरटी निदेशक को ज्ञापन सौंपा। आश्वासन न मिलने पर
अभ्यर्थियों ने गेट पर विरोध शुरू कर दिया।
बीटीसी-2015 चतुर्थ
सेमेस्टर की परीक्षाएं एक नवंबर से शुरू होनी हैं। लेकिन इस बैच के करीब 13
हजार ऐसे प्रशिक्षु हैं जिनकी बैक आई है। शिवम सिंह, सर्वेश सिंह सौरभ
सहित सभी प्रदर्शनकारियों का कहना है कि जिन अभ्यर्थियों को बैक पेपर देना
है, उन्हें चतुर्थ सेमेस्टर में शामिल तो कर लिया जाएगा, लेकिन जब तक तृतीय
सेमेस्टर की बैक क्लीयर नहीं होगी, बीटीसी क्लीयर नहीं माना जाएगा। ऐसे
में 13 हजार बीटीसी प्रशिक्षु आगामी शिक्षक भर्ती में शामिल नहीं हो
पाएंगे।
सत्र पूरा, कोर्स अधूरा
बीटीसी-2015 बैच के प्रशिक्षु
बृजेश ने बताया कि 22 सितंबर को सत्र पूरा हो चुका है। लेकिन कोर्स अब तक
अधूरा है। वहीं, प्रशिक्षु इंद्रेश के मुताबिक 15 सितंबर को तीसरे सेमेस्टर
के जो नतीजे जारी हुए, वे अधूरे हैं। एक विषय के अंक ही नहीं दिख रहे।
प्रशिक्षुओं का आरोप है कि कई लोगों को पूर्णांक से ज्यादा अंक भी दे दिए
गए।
ये हैं प्रमुख मांगें
-बीटीसी-2015 बैच के 13 हजार प्रशिक्षुओं के बैक पेपर 29, 30, 31 अक्टूबर को करवाए जाएं।
-आगामी सेमेस्टर परीक्षा परिणाम के साथ बैक पेपर के नतीजे भी जारी हों।
-बीटीसी-2015 बैच के तृतीय सेमेस्टर के स्क्रूटनी के नतीजे जल्द घोषित हों।
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