जब नियुक्ति वाले स्कूल में बात की तो पता चला शिक्षक दो दिन से नहीं आ रहा है उसका फोन भी बंद है। हालांकि विभाग की भेजी गई रजिस्ट्री शिक्षक के निवास पर रिसीव हो गई है। विभाग अंतिम नोटिस जारी कर शिक्षक के खिलाफ मामला दर्ज कराएगा। बीएसए अरविंद पाठक ने बताया कि शिक्षक को सुनवाई के लिए बुलाया था। मगर वह उपस्थित नहीं हुए।
पिछली सरकारों में घर बैठे नौकरी मिली। अभी थोड़ी सख्ती बढ़ी है, ऐसे में कई शिक्षक त्याग पत्र दे रहे हैं। एका ब्लाक की एक शिक्षिका ने त्याग पत्र भेजा है। इसमें लिखा है कि दो वर्ष के लिए त्याग पत्र है। दो वर्ष बाद फिर से सेवा में आ सकती हैं। हालांकि विभाग शिक्षिका की सेवा समाप्ति की तैयारी में हैं। इसी प्रकार कई ऐसे शिक्षक हैं, जिनकी पिछली सरकारों में नौकरी घर बैठे चली थी, वो मेडिकल लेकर या सीएल लेकर लंबे अवकाश पर चली गई हैं।