लिस्ट तो कल की है। आज की सुनवाई की हवा केस mentioning पर आधारित है। अभी तक सिर्फ एक स्पेशल अपील ही फ़ाइल है। 3 कि न्यूज़ कहाँ से आई ये लोग समझें। बाकी डबल बेंच के अधिकार सीमित है। इंटरिम आदेश पर ज़्यादा क्या देगी। जल्दी सुनवाई के लिए बोल सकती है।चयनित लोगो को पक्ष रखने का डायरेक्शन दे सकती है।
कई बार लोग इंटरिम आदेश के खिलाफ डीबी गए थे। जितना केसेस याद है 30/15 पहले 326 के समय गया था, 12460 में 0 जनपद इरशाद अली के आदेश के खिलाफ गया था।
टेट 17 के लिए सरकार गई थी डीबी। और 69000 भी कई राउंड डीबी घूमने आई थी।
डीबी फाइनल आर्डर पर राहत देती है। इंटरिम आदेश पर रिमांड बैक ही ज़्यादा से ज़्यादा कर सकती है।
ज़्यादा कम बहुत कुछ ज़्यादा होता न दिख रहा यहाँ से। जब पार्टी बन के पक्ष रखना था तब लोग सो या मौन थे या बोले जान कर अनजाना अनजानी बने बैठे थे।