69000 सहायक शिक्षक भर्ती में धांधली करने वालों की धरपकड़ के साथ एसटीएफ और इस केस की पूरी विवेचना करेगी। सीबीआई की तर्ज पर जांच कर आरोपपत्र भी एसटीएफ दाखिल करेगी। सोरांव पुलिस ने इस केस से जुड़े संबंधित सभी दस्तावेज एसटीएफ को सौंप दिए हैं। एसटीएफ केस से जुड़े आरोपियों की धरपकड़ के लिए सर्विलांस की मदद से लोकेशन ट्रेस करने में जुट गई है।
स्पेशल टास्क फोर्स बड़े अपराधियों और संगठित गिरोह के खिलाफ काम करती है। सामान्यत: एसटीएफ अपराधियों की धरपकड़ कर उन्हें जेल भेजती है लेकिन संबंधित मुकदमे की जांच स्थानीय पुलिस करती है। लेकिन इस बार एसटीएफ को धरपकड़ के अलावा पूरी विवेचना ही ट्रांसफर की गई है। जैसे सीबीआई अपने तरीके से जांच कर साक्ष्य एकत्र करती है, उसी तरह इस बार एसटीएफ को यह जिम्मेदारी दी गई है।
गुरुवार को एसटीएफ ने सोरांव पुलिस से संपर्क कर केस से संबंधित दस्तावेज हासिल किए। सोरांव पुलिस अब तक इस केस में आठ नामजद आरोपियों में 7 को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है । वहीं विवेचना में प्रकाश में आए दो अभ्यर्थी समेत 4 अन्य की गिरफ्तारी की थी। इस तरह 11 लोग जेल गए हैं। इस केस में सिर्फ मायापति दुबे ऐसा नामजद आरोपी है जिसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गुरुवार को एसटीएफ अधिकारियों ने पुलिस की अब तक कार्रवाई की समीक्षा की और यह पता लगाने में जुट गई कि मायापति कहां फरार है। पुलिस की कहां-कहां दबिश हो चुकी है। उन पुलिसकर्मियों से भी संपर्क किया गया, जिन्होंने मायापति की तलाश में उसके घर और ससुराल में दबिश दी थी। एसटीएफ इस रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए पूरी डिटेल एकत्र कर रही है। एसटीएफ को नामजद आरोपियों के अलावा स्कूल प्रबंधक के खिलाफ भी कार्रवाई करनी है, जिनकी मदद से पेपर आउट हुए और अभ्यर्थियों को नकल कराया गया जैसा कि आरोप लगा था। इसके अलावा सहायक शिक्षक भर्ती में शामिल अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी भी बाकी है जिन्होंने लाखों रुपए खर्च कर प्रतियोगी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की है।
स्पेशल टास्क फोर्स बड़े अपराधियों और संगठित गिरोह के खिलाफ काम करती है। सामान्यत: एसटीएफ अपराधियों की धरपकड़ कर उन्हें जेल भेजती है लेकिन संबंधित मुकदमे की जांच स्थानीय पुलिस करती है। लेकिन इस बार एसटीएफ को धरपकड़ के अलावा पूरी विवेचना ही ट्रांसफर की गई है। जैसे सीबीआई अपने तरीके से जांच कर साक्ष्य एकत्र करती है, उसी तरह इस बार एसटीएफ को यह जिम्मेदारी दी गई है।
गुरुवार को एसटीएफ ने सोरांव पुलिस से संपर्क कर केस से संबंधित दस्तावेज हासिल किए। सोरांव पुलिस अब तक इस केस में आठ नामजद आरोपियों में 7 को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है । वहीं विवेचना में प्रकाश में आए दो अभ्यर्थी समेत 4 अन्य की गिरफ्तारी की थी। इस तरह 11 लोग जेल गए हैं। इस केस में सिर्फ मायापति दुबे ऐसा नामजद आरोपी है जिसकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गुरुवार को एसटीएफ अधिकारियों ने पुलिस की अब तक कार्रवाई की समीक्षा की और यह पता लगाने में जुट गई कि मायापति कहां फरार है। पुलिस की कहां-कहां दबिश हो चुकी है। उन पुलिसकर्मियों से भी संपर्क किया गया, जिन्होंने मायापति की तलाश में उसके घर और ससुराल में दबिश दी थी। एसटीएफ इस रैकेट का भंडाफोड़ करने के लिए पूरी डिटेल एकत्र कर रही है। एसटीएफ को नामजद आरोपियों के अलावा स्कूल प्रबंधक के खिलाफ भी कार्रवाई करनी है, जिनकी मदद से पेपर आउट हुए और अभ्यर्थियों को नकल कराया गया जैसा कि आरोप लगा था। इसके अलावा सहायक शिक्षक भर्ती में शामिल अभ्यर्थियों की गिरफ्तारी भी बाकी है जिन्होंने लाखों रुपए खर्च कर प्रतियोगी छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ की है।