कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय के अनामिका शुक्ला प्रकरण की जांच स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ ) को सौंप दी गई है। अब एसटीएफ पूरे प्रदेश में इस मामले की जांच करेगी। यह जानकारी बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार डॉ. सतीश चंद्र द्विवेदी ने दी है। उन्होंने कहा कि इससे जुड़े हर पहलू की बारीकी से जांच की जाएगी।
अभी तक गोण्डा में असली अनामिका शुक्ला के सामने आने के बाद स्थानीय पुलिस एसटीएफ की मदद ले रही थी लेकिन लिखित तौर पर जांच एसटीएफ को गुरुवार को सौंपी गई। इस मामले में कासगंज से फर्जी शिक्षिका और उसके बयान के बाद मास्टर माइंड को पकड़ा जा चुका है। अभी तक बाकी जगहों पर बेसिक शिक्षा अधिकारी जांच करवा रहे हैं तो फजी शिक्षिकाओं के फोनबंद आ रहे हैं और ज्यादातर के पते भी गलत निकले हैं। हालांकि एफआईआर हो चुकी है।
गोण्डा में में पांच एजेन्सियों ने शुरू की जांच गोण्डा। असली अनामिका के शैक्षिक अभिलेख आखिर कैसे फर्जीवाड़ा करने वाले रैकेटियर के हत्थे चढ़ गए इसकी पड़ताल करने में शासन की टीमें जुटी हुई हैं। एसटीएफ ने मंगलवार रात को ही जिले में दस्तक दे दी थी। दूसरे दिन आईबी ने तथ्य जुटाए। वहीं विभागीय विजिलेंस व एसआईटी ने भी बीएसए डॉ. इन्द्रजीत प्रजापति से गुरुवार को सम्पर्क साधा। वहीं कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह की अगुवाई में कांग्रेस का एक दल गुरुवार को अनामिका शुक्ला के घर प्रियंका का दूत बन कर पहुंचा परिजनों को विश्वास दिलाया कि आपको न्याय दिलाया जाएगा।
कई जिलों में केजीबीवी विद्यालयों में हुईं फर्जी नियुक्तियां फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र सिंह ने अपने भाई जसवंत सिंह ने साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज के सहारे 20 से अधिक शिक्षिकाओं की भर्ती कई जिलों में कराई हैं। इन जिलों में कासगंज, मैनपुरी, कन्नौज और पूर्वांचल के भी जिले शामिल हैं। ये फर्जी नियुक्तियां कस्तूरबा आवासीय और प्राइमरी विद्यालय दोनों जगहों पर हैं।
अनामिका से जुड़े दस्तावेज एसटीएफ ने मांगे वाराणसी। प्रदेश के कई कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में अनामिका शुक्ला के नौकरी करने के मामले में एसटीएफ बीएसए से दस्तावेज मांगे हैं। जिले के सेवापुरी ब्लाक के कस्तूरबा विद्यालय में भी अनामिका का चयन विज्ञान शिक्षिका के पद पर हुआ था। हालांकि उसने यहां ज्वाइन नहीं किया था। विभिन्न जिलों में मामले का खुलासा हुआ तो यहां भी जांच हुई। इसमें धोखाधड़ी पकड़ में आई। इस पर जन्सा थाने में एफआईआर दर्ज करायी गई।
सहारनपुर की वार्डन फर्जी नियुक्ति में बर्खास्त सहारनपुर। आखिरकार बहुचर्चित कथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला की फर्जी नियुक्ति में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डन को बर्खास्त कर दिया है। राजकीय कार्यों में लापरवाही, उच्च अधिकारियों को बिना बताए मानदेय जारी करने पर गाज गिरी है। वहीं बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को लिखा जाएगा। इनके अलावा अभी और भी कई लोग कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। मुजफ्फराबाद के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला की अगस्त 2019 में नियुक्ति हुई।
गोण्डा में में पांच एजेन्सियों ने शुरू की जांच गोण्डा। असली अनामिका के शैक्षिक अभिलेख आखिर कैसे फर्जीवाड़ा करने वाले रैकेटियर के हत्थे चढ़ गए इसकी पड़ताल करने में शासन की टीमें जुटी हुई हैं। एसटीएफ ने मंगलवार रात को ही जिले में दस्तक दे दी थी। दूसरे दिन आईबी ने तथ्य जुटाए। वहीं विभागीय विजिलेंस व एसआईटी ने भी बीएसए डॉ. इन्द्रजीत प्रजापति से गुरुवार को सम्पर्क साधा। वहीं कांग्रेस के एमएलसी दीपक सिंह की अगुवाई में कांग्रेस का एक दल गुरुवार को अनामिका शुक्ला के घर प्रियंका का दूत बन कर पहुंचा परिजनों को विश्वास दिलाया कि आपको न्याय दिलाया जाएगा।
कई जिलों में केजीबीवी विद्यालयों में हुईं फर्जी नियुक्तियां फर्जीवाड़े के मास्टरमाइंड पुष्पेंद्र सिंह ने अपने भाई जसवंत सिंह ने साथ मिलकर फर्जी दस्तावेज के सहारे 20 से अधिक शिक्षिकाओं की भर्ती कई जिलों में कराई हैं। इन जिलों में कासगंज, मैनपुरी, कन्नौज और पूर्वांचल के भी जिले शामिल हैं। ये फर्जी नियुक्तियां कस्तूरबा आवासीय और प्राइमरी विद्यालय दोनों जगहों पर हैं।
अनामिका से जुड़े दस्तावेज एसटीएफ ने मांगे वाराणसी। प्रदेश के कई कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों में अनामिका शुक्ला के नौकरी करने के मामले में एसटीएफ बीएसए से दस्तावेज मांगे हैं। जिले के सेवापुरी ब्लाक के कस्तूरबा विद्यालय में भी अनामिका का चयन विज्ञान शिक्षिका के पद पर हुआ था। हालांकि उसने यहां ज्वाइन नहीं किया था। विभिन्न जिलों में मामले का खुलासा हुआ तो यहां भी जांच हुई। इसमें धोखाधड़ी पकड़ में आई। इस पर जन्सा थाने में एफआईआर दर्ज करायी गई।
सहारनपुर की वार्डन फर्जी नियुक्ति में बर्खास्त सहारनपुर। आखिरकार बहुचर्चित कथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला की फर्जी नियुक्ति में कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय की वार्डन को बर्खास्त कर दिया है। राजकीय कार्यों में लापरवाही, उच्च अधिकारियों को बिना बताए मानदेय जारी करने पर गाज गिरी है। वहीं बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को लिखा जाएगा। इनके अलावा अभी और भी कई लोग कार्रवाई की जद में आ सकते हैं। मुजफ्फराबाद के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में कथित शिक्षिका अनामिका शुक्ला की अगस्त 2019 में नियुक्ति हुई।