सिद्धार्थनगर। शोहरतगढ़ में बुधवार को दूसरे के नाम पर नौ साल से नौकरी कर
रहा फर्जी शिक्षक पकड़ा गया।गोरखपुर के बेलघाट निवासी अमित कुमार के
फर्जीवाड़े की पोल उस समय खुली जब बैंक की ओर से आठ लाख रुपये के लोन से
जुड़ा नोटिस पूर्व शिक्षक और वर्तमान में सिंचाई एवं जल संसाधन अनुभाग में
समीक्षा अधिकारी चंद्रप्रकाश के घर बलिया पहुंचा।
नोटिस मिलने पर वह परेशान
हो गए। जानकारी करने पर पता चला कि लोन सिद्धार्थनगर में लिया गया है।
बुधवार को वह यहां पहुंचे और अधिकारियों को जानकारी दी। एसडीएम शोहरतगढ़
सत्यप्रकाश सिंह ने जांच की तो मामले का पर्दाफाश हुआ।
बीएसए राम सिंह और बीईओ शोहरतगढ़ रमेश चंद्र मौर्य ने बताया कि अमित कुमार
नौ साल से बलिया के टैगोर नगर निवासी चंद्रप्रकाश के नाम से नौकरी कर रहा
था। वह इस समय शोहरतगढ़ के चेतरा शेख स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय में
सहायक अध्यापक के तौर पर कार्यरत था। एसडीएम ने बताया कि शिक्षा विभाग में
सेवा पुस्तिका भी बदल दी गई थी। इससे शिक्षा विभाग के लोगों की संलिप्तता
की आशंका है। इस मामले में विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक अभय कुमार
सिंह का बयान भी दर्ज किया गया है।
चंद्रप्रकाश ने बताया कि उन्होंने 19 मई 2009 को गोरखपुर के बेलघाट के
प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक पद पर ज्वाइन किया था। वर्ष 2013 में
उनका सीतापुर के सिकौली प्राथमिक विद्यालय में स्थानांतरण हो गया। उसी वर्ष
समीक्षा अधिकारी के पद पर चयन हो गया। उन्होंने 16 दिसंबर 2015 में लोक
समीक्षा अधिकारी, सिंचाई एवं जल संसाधन अनुभाग में ज्वाइन कर लिया।