यूजीसी नेट परीक्षा परीक्षा में प्रश्नपत्र बांटने में देरी का ठीकरा दोनों आब्जर्वर के सिर फोड़ा

इलाहाबाद : में प्रश्नपत्र बांटने में देरी के कारण इलाहाबाद के एक केंद्र की परीक्षा निरस्त करनी पड़ी है। इस मामले में सीबीएसई ने परीक्षा केंद्र वाले स्कूल की मान्यता रद करने की नोटिस भेजी है।
इस पर स्कूल प्रबंधन ने पलटवार करके प्रश्नपत्र बांटने में देरी का ठीकरा सीबीएसई की ओर से लगाए गए दोनों आब्जर्वरों के सिर फोड़ा है। प्रबंधन का आरोप है कि आब्जर्वर ने समय से प्रश्नपत्र नहीं खुलवाया इसीलिए समस्या आइ है। इस मामले की जांच कराकर दोषी पर कार्रवाई की जाए।1विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यानी यूजीसी नेट व जेआरएफ की परीक्षा आठ जुलाई को इलाहाबाद के विभिन्न केंद्रों पर हुई थी। इसमें एसपी कांवेंट स्कूल बेगम बाजार में प्रश्नपत्र देरी से बांटने पर अभ्यर्थियों ने पेपर आउट का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया था। सीबीएसई की क्षेत्रीय निदेशक के प्रयास से भी अभ्यर्थी परीक्षा देने को तैयार नहीं हुए, ऐसे में इस केंद्र का इम्तिहान निरस्त किया गया है।1 सीबीएसई की क्षेत्रीय निदेशक श्वेता अरोड़ा ने मंगलवार को ही स्कूल प्रबंधन को मान्यता रद की नोटिस दी है। इससे हड़कंप मच गया है। अब स्कूल प्रबंधन ने क्षेत्रीय निदेशक को परीक्षा के दौरान हंगामे की विस्तृत रिपोर्ट भेजी है इसमें कहा गया है कि केंद्र के आब्जर्वर डा. दीपक चंद्र शर्मा व कृपा शंकर तिवारी की अनदेखी से यह हंगामा हुआ है। दोनों ने द्वितीय पाली का बंडल 10.30 बजे खोलने से मना कर दिया गया, जबकि दूसरी पाली में पांच विषय का आवंटन था। 1केंद्र के 20 कक्षों में प्रश्नपत्र पहुंचाने में समय लगा इस पर अभ्यर्थियों ने केंद्र प्रभारी व आब्जर्वर से अतिरिक्त समय मांगा, आब्जर्वर ने अतिरिक्त समय देने से इन्कार कर दिया। इस पर परीक्षार्थियों ने केंद्र पर तोड़फोड़ करके ओएमआर शीट तक फाड़ डाली। बवाल होने पर आब्जर्वर ने केंद्र प्रभारी से कहा इसे रोकना उनकी जिम्मेदारी नहीं है। प्रबंधन ने क्षेत्रीय निदेशक से कहा है कि परीक्षा में स्कूल प्रबंधन का कोई रोल नहीं होता है वह सिर्फ भवन, फर्नीचर, बिजली व पानी आदि मुहैया कराता है। पूरी जिम्मेदारी तैनात अफसरों की है। इसकी जांच कराकर कार्रवाई की जाए

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