अखिलेश सरकार में आजम जल निगम के अध्यक्ष थे।1एसआइटी की जांच में नियमों की अनदेखी कर भर्ती प्रकिया पूरी किए जाने की बात सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक जांच में सामने आया कि पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खां ने नियम के विपरीत बिना अधिकार भर्ती का अनुमोदन किया था। जलनिगम में सपा शासनकाल में 1300 पदों पर हुई भर्तियों में घोटाले का आरोप लगने पर योगी सरकार ने ने पूरे प्रकरण की जांच एसआइटी को सौंपी थी। पूरे मामले में नगर विकास विभाग के पूर्व सचिव एसपी सिंह (अब सेवानिवृत्त) की भूमिका भी सवालों के घेरे में रही है। सूत्रों का कहना है कि जांच में भर्ती प्रकिया से जुड़ी किसी पत्रवली में एसपी सिंह के हस्ताक्षर नहीं पाए गए थे।
sponsored links: