शाम को कैंडिल मार्च निकाल रहे शिक्षामित्रों को पुलिस ने रोका, पुलिस से तीखी नोंकझोंक

लखनऊ। शिक्षामित्रों का अपनी मांग के समर्थन में लक्ष्मण मेला मैदान में धरना जारी रहा। शनिवार को कैंडिल मार्च निकाल गांधी प्रतिमा पार्क के लिए कूच कर रहे शिक्षामित्रों को पुलिस ने रोक लिया।
धरनास्थल के गेट पर ताला जड़े जाने से नाराज शिक्षामित्र प्रदर्शन करने लगे। इस बीच उनकी पुलिस से तीखी नोंकझोंक भी हुई। करीब आधे घंटे चले प्रदर्शन को मौके पर पहुंचे जिला प्रशासन के अधिकारी ने किसी तरह समाप्त कराया। जिसके बाद सभी वापस धरने पर लौट गए। धरने का नेतृत्व कर रहीं स्नातक प्रशिक्षित शिक्षक की प्रदेश अध्यक्ष उमा देवी ने बताया कि केंद्र सरकार ने अपने एक आदेश में वर्ष 2009-10 से पहले के स्नातक शिक्षामित्रों को अपग्रेड पैरा टीचर माना था, जिनका वेतन करीब 38 हजार रुपए प्रतिमाह निर्धारित है। इसके पात्र होने के बावजूद एक लाख 24 हजार शिक्षामित्र समायोजन निरस्त किए जाने का दंश झेल रहे हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार द्वारा जारी किए जा रहे अपग्रेड पैरा टीचर का वेतन उन्हें दिया जाए। वहीं प्रदर्शन कर रहे शिक्षामित्रों ने कहा कि सपा सरकार में शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के पद पर समायोजित किया गया था। जिनमें 17 हजार शिक्षामित्र ऐसे थे जो अपग्रेड पैरा टीचर की सूची में शामिल नहीं थे। ऐसे में उन 1 लाख 24 हजार शिक्षामित्रों का भी समायोजन निरस्त कर दिया गया जो इसके लिए पात्र थे।

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