शिक्षक बनने के सपने पर लग रहा ग्रहण, जानिए क्या है पूरा मामला

फिरोजाबाद। मन में शिक्षक बनने की लालसा लिए बीएड और बीटीसी धारकों के सपने काफूर होते नजर आ रहे हैं। विगत 15 दिन से यूपी टीईटी की साइट न खुलने के कारण अभ्यर्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अभ्यर्थी साइबर कैफे के चक्कर लगा रहे हैं। इस ओर कोई ध्यान न दिए जाने के कारण अभ्यर्थियों में रोष व्याप्त है। आवेदन की अंतिम तारीख गुरुवार को है जबकि अभी तक मात्र पांच से दस प्रतिशत तक ही आवेदन आॅन लाइन किए जा सके हैं।

ठप पड़ी है साइट
यूपी टीईटी के आवेदन निकलने के बाद अभ्यर्थियों के चेहरे पर उम्मीद की एक किरण जगी थी। उन्हें आस थी कि इस परीक्षा में शामिल होने के बाद वह शिक्षक पात्रता की श्रेणी में आ जाएंगे लेकिन यूपी टीईटी की साइट ठप हो गई। विगत 15 दिन से साइट बिल्कुल भी काम नहीं कर रही है। आवेदन प्रक्रिया पूर्ण होने से पहले ही सर्वर एरर दे जाता है। ऐसे में साइबर कैफे संचालक भी परेशान हैं। फार्म भरने के लिए रात में भी प्रयास किए जा रहे हैं लेकिन सफलता नहीं मिल पा रही है। साइबर कैफे संचालक ज्ञानेन्द्र उपाध्याय ने बताया कि दिन रात जागने के बाद भी फार्म समिट नहीं हो पा रहे हैं। ऐसे में यदि आवेदन का समय और नहीं बढ़ाया गया तो बहुत कम बच्चे ही परीक्षा में शामिल हो सकेंगे।


जिले में हैं करीब 10 हजार बीएड, बीटीसी धारक
जिले में करीब 10 हजार बीएड और बीटीसी धारक ऐसे हैं जो टीईटी की परीक्षा देने की तैयारी कर रहे हैं। कुछ अभ्यर्थियों ने तो कोचिंग भी शुरू कर दी है लेकिन फार्म न भर पाने के कारण उन्हें टेंशन होने लगी है। ग्राम पंचायत अधिकारी पियूष कुमार ने बीटीसी किया है और वर्तमान में वह ग्राम पंचायत विकास अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं लेकिन वह शिक्षक बनना चाहते हैं और कोचिंग लेकर तैयारी कर रहे हैं। ऐसे में अब उन्हें टेंशन होने लगी है कि गुरुवार को भी यदि साइट नहीं खुली तो उनके अरमानों पर पानी फिर जाएगा। कोचिंग भी उनकी व्यर्थ चली जाएगी।