इलाहाबाद : प्रारंभिक परीक्षाओं में दो जिलों का विकल्प मांगने की
उम्मीदें जगाकर यूपीपीएससी के बैकफुट पर आने से अभ्यर्थियों को फिर मुसीबत
का सामना करना पड़ सकता है।
पीसीएस जे और पीसीएस / एसीएफ, आरएफओ
(प्रारंभिक) परीक्षा 2018 में अभ्यर्थियों की तादाद के अनुसार परीक्षा
केंद्र दूरस्थ जिलों में दिए जाने की आशंका है। अभ्यर्थियों की पहले भी
शिकायत रही है कि परीक्षा केंद्र दो सौ किलोमीटर दूर या इससे अधिक दूरी पर
दिए जाने से दिक्कतें होती हैं, और यह यूपीपीएससी की मनमानी है। जिसे
यूपीपीएससी ने अनसुना कर दिया था। वही स्थिति इस बार भी बन रही है। 1पीसीएस
जे (प्रारंभिक) परीक्षा 2018, का विज्ञापन जारी करने से पहले यूपीपीएससी
ने अगस्त में निर्णय किया था कि परीक्षा केंद्र के लिए अभ्यर्थियों से दो
जिलों का विकल्प मांगा जाएगा। आधार था कि परीक्षा केंद्र अधिक दूर मिल जाने
पर परेशानी होने की शिकायतें दूर की जाएं। पीसीएस जे के बाद आगामी सभी
प्रारंभिक परीक्षाओं में यही व्यवस्था लागू करने का मौखिक निर्णय लेने के
बाद यूपीपीएससी बैकफुट पर आ गया। पीसीएस जे की प्रारंभिक परीक्षा चार जिलों
में ही कराने का निर्णय लेते हुए इसका विज्ञापन जारी हुआ, जबकि
पीसीएस/एसीएफ, आरएफओ (प्रारंभिक) परीक्षा 2018 में अभ्यर्थियों की संख्या
छह लाख 37 हजार हो जाने पर परीक्षा केंद्र 21 जिलों में न रखकर से अधिक
जिलों में किए जाने की प्रक्रिया तेजी से चल रही है। अभ्यर्थियों के सामने
यह बड़ी मुसीबत है कि पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा कितने जिलों में कराई
जाएगी और केंद्रों की अधिकतम दूरी क्या होगी इसे यूपीपीएससी ने अभी स्पष्ट
नहीं किया है। जबकि प्रवेश पत्र मिलने पर ही केंद्र की जानकारी होने से
आवागमन में भी एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती 2018 की तरह ही दिक्कतों का सामना
करना पड़ सकता है।
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