टीईटी के लिए बड़ी संख्या में पंजीकरण के बाद अभ्यर्थियों को दूसरे
जिलों में भी परीक्षा देने जाना पड़ सकता है, क्योंकि छोटे जिला मुख्यालयों
पर आवेदकों की संख्या के लिहाज से परीक्षा केंद्र मिलने के आसार कम है।
वहीं, बड़े जिलों विशेषकर महानगरों में इम्तिहान सकुशल कराने का दबाव अधिक
होगा। शासन के कड़े निर्देश हैं कि परीक्षा केंद्र साफ सुथरी छवि के
कालेजों को ही बनाया जाए जहां सारे संसाधन पहले से उपलब्ध हों।
0 Comments