लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश
यादव ने आरोप लगाया कि प्रदेश के लिए भाजपा सरकार अभिशाप सिद्ध हो रही है।
शुक्रवार को जारी किए बयान में उन्होंने कहा कि भाजपा के सत्ता में आने के
बाद से हिंसा और दुराचार की घटनाएं बेतहाशा घटित हो रही हैं।
उत्पीडऩ व
मानसिक तनाव से ग्रस्त अधिकारी और कर्मी अपनी जान दे रहे है। महिलाएं व
बच्चियां असुरक्षित हैं। नौजवान कुंठित और बदहाल हैं। किसान आत्महत्या को
मजबूर है। सड़क पर चलते आदमी को हर समय जान जाने का खतरा बना रहता है। पूरा
प्रदेश भाजपा सरकार की नीतियों के कारण दहशत और अवसाद में है। अराजकता और
जंगलराज से हर कोई सहमा-सहमा है।
पांच माह की घटनाओं का हवाला
गत पांच माह की प्रमुख घटनाओं का हवाला देते हुए अखिलेश यादव ने बताया
कि दो आइपीएस अफसर व एक एसडीएम अपनी जान गवां चुके है। पुलिस थानों में
महिला कांस्टेबिल के शव मिल रहे हैं। हजारों किसान आत्महत्या कर चुके हैं
और शिक्षामित्र भी अवसाद में फांसी लगा रहे हैं। न्याय के लिए आवाज उठाने
पर प्रताडऩा का शिकार होना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री के ठोकने के निर्देश से
फर्जी एनकाउंटरों की बाढ़ आ गई है।
शिक्षक भर्ती की सीबीआइ जांच हो : सपा
सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने शिक्षक भर्ती में महाघोटाला होने का
आरोप लगाते हुए पूरे मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग की। शुक्रवार को
जारी बयान में उन्होंने कहा कि विधानसभा के सामने शांतिपूर्ण एवं
अहिंसात्मक प्रदर्शन करते अभ्यर्थियों पर लाठीचार्ज निंदनीय है। इसमें कई
शिक्षक अभ्यर्थी घायल हुए है। आधा दर्जन नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार में 68,500 शिक्षकभर्ती में महाघोटाला हुआ
जिसका संज्ञान उच्च न्यायालय ने भी लिया है। शासनादेश के तहत जो नियम
निर्धारित किए उनका अनुपालन भी सरकार ने नहीं किया। भर्ती प्रकरण में
कांपियां जलाने से लेकर गलत अंक से पास करने जैसी अनेक अनियमितता भी सामने
आई है। चौधरी ने कहा कि समाजवादी पार्टी छात्र-युवाओं के साथ हो रहे दमन का
पुरजोर विरोध करेगी। सरकार एक ओर युवाओं को रोजगार देने में विफल साबित
हुई, दूसरी ओर बेरोजगारी दूर करने के प्रति शासन का रवैया उदासीन है।
छात्र-युवा विरोधी भाजपा को इसकी कीमत भी चुकानी पड़ेगी।