प्रयागराज : सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा के मोस्टवांटेड चंद्रमा यादव की तलाश में सोमवार को स्पेशल टॉस्क फोर्स (एसटीएफ) ने कौशांबी में छापेमारी की। पिपरी, करारी और पूरामुफ्ती समेत कई संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी गई, लेकिन चंद्रमा नहीं मिला। इस दौरान उसके कुछ रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। इसके साथ ही एसटीएफ फरार अभियुक्तों के बैंक खाते समेत दूसरे दस्तावेजों की भी जांच कर रही है।
कहा जा रहा है कि कुछ दिन पहले स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव लखनऊ गया था। इसके बाद वहां से लौटकर कौशांबी आया। इसकी जानकारी मिलने पर सोमवार को एसटीएफ की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी की, पर सफलता नहीं मिल सकी। यह भी कहा जा रहा है कि शातिर चंद्रमा मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा है। इस कारण उसकी सटीक लोकेशन ट्रेस करने में परेशानी हो रही है। अब मुखबिरों की मदद से ही फरार अभियुक्तों को पकड़ने की कवायद की जा रही है। एसटीएफ के अधिकारियों का यह भी कहना है कि फरारी के दौरान आरोपित खर्च चलाने के लिए या कहीं दूर भागने के लिए पैसे निकाल रहे होंगे। इसे देखते हुए उनके बैंक खातों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही दूसरे रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा में सरगना डॉ. केएल पटेल समेत 12 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, लेकिन चंद्रमा यादव, मायापति दुबे, दुर्गेश पटेल व संदीप पटेल अभी फरार चल रहे हैं।
कहा जा रहा है कि कुछ दिन पहले स्कूल प्रबंधक चंद्रमा यादव लखनऊ गया था। इसके बाद वहां से लौटकर कौशांबी आया। इसकी जानकारी मिलने पर सोमवार को एसटीएफ की टीम ने ताबड़तोड़ छापेमारी की, पर सफलता नहीं मिल सकी। यह भी कहा जा रहा है कि शातिर चंद्रमा मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा है। इस कारण उसकी सटीक लोकेशन ट्रेस करने में परेशानी हो रही है। अब मुखबिरों की मदद से ही फरार अभियुक्तों को पकड़ने की कवायद की जा रही है। एसटीएफ के अधिकारियों का यह भी कहना है कि फरारी के दौरान आरोपित खर्च चलाने के लिए या कहीं दूर भागने के लिए पैसे निकाल रहे होंगे। इसे देखते हुए उनके बैंक खातों के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है। साथ ही दूसरे रिकार्ड भी खंगाले जा रहे हैं। प्रदेश के परिषदीय स्कूलों में 69 हजार सहायक शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा में सरगना डॉ. केएल पटेल समेत 12 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है, लेकिन चंद्रमा यादव, मायापति दुबे, दुर्गेश पटेल व संदीप पटेल अभी फरार चल रहे हैं।