प्रयागराज : उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग (यूपीपीएससी) अपनी परीक्षा प्रणाली को बेहतर करने के लिए बदलाव कर रहा है। पेपर बनाने से लेकर मूल्यांकन तक की प्रक्रिया दुरुस्त की जा रही है। लेकिन, प्रतियोगी छात्रों के एक वर्ग को बदलाव रास नहीं आ रहा है। लगातार किए जा रहे बदलाव से नाराज प्रतियोगियों ने यूपीपीएससी के खिलाफ लामबंदी शुरू कर दी है।
यूपीपीएससी अध्यक्ष के निर्णयों के खिलाफ सोशल मीडिया में काफी दिनों से मुहिम चलाई जा रही है। अब विरोध का स्वर जमीनी स्तर पर मुखर करने की तैयारी है। नाराज प्रतियोगियों का नेतृत्व कर रहे भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह ने यूपीपीएससी अध्यक्ष पर दमनकारी नीति अपनाने का आरोप लगाया है। वह कहते हैं कि अध्यक्ष हंिदूी भाषी प्रतियोगियों के खिलाफ काम कर रहे हैं। इसकी शिकायत सीधे मुख्यमंत्री से की जा रही है। प्रतियोगियों द्वारा ई-मेल के जरिए लगातार पत्र भेजा जा रहा है। अगर स्थिति न सुधरी तो जुलाई में आयोग के गेट पर अनिश्चित कालीन धना प्रदर्शन किया जाएगा।
यूपीपीएससी अध्यक्ष के निर्णयों के खिलाफ सोशल मीडिया में काफी दिनों से मुहिम चलाई जा रही है। अब विरोध का स्वर जमीनी स्तर पर मुखर करने की तैयारी है। नाराज प्रतियोगियों का नेतृत्व कर रहे भ्रष्टाचार मुक्ति मोर्चा के अध्यक्ष कौशल सिंह ने यूपीपीएससी अध्यक्ष पर दमनकारी नीति अपनाने का आरोप लगाया है। वह कहते हैं कि अध्यक्ष हंिदूी भाषी प्रतियोगियों के खिलाफ काम कर रहे हैं। इसकी शिकायत सीधे मुख्यमंत्री से की जा रही है। प्रतियोगियों द्वारा ई-मेल के जरिए लगातार पत्र भेजा जा रहा है। अगर स्थिति न सुधरी तो जुलाई में आयोग के गेट पर अनिश्चित कालीन धना प्रदर्शन किया जाएगा।