अनामिका शुक्ला प्रकरण: सरिता के रिश्तेदार ने दिलाई थी नौकरी

प्रयागराज : सोरांव के गोहरी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अनामिका शुक्ला बनकर नौकरी करने वाली सरिता यादव के रिश्तेदार बल्लू की कारस्तानी भी सामने आने लगी है। तफ्तीश में जुटी कर्नलगंज पुलिस को पता चला है कि मैनपुरी निवासी बल्लू ने सरिता, उसकी भाभी बबली की तरह कई और लड़कियों को भी नौकरी दिलवाई थी। इसके लिए उसने प्रत्येक से तीन-तीन लाख रुपये लिए थे।



अनामिका प्रकरण की विवेचना कर रहे दारोगा रवींद्रनाथ यादव का कहना है कि बल्लू अपने साथी पुष्पेंद्र की मदद से कई लोगों के साथ नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी भी की। जांच के दौरान यह बात भी सामने आई है कि सरिता के पड़ोसी गांव में रहने वाली एक लड़की को भी पैसा लेकर बल्लू ने नौकरी दिलवाई थी। किंतु, उस लड़की ने अनामिका शुक्ला प्रकरण सामने आने से कुछ दिन पहले ही इस्तीफा दे दिया था। संभवत: वह भी अनामिका के नाम पर ही किसी कस्तूरबा गांधी स्कूल में शिक्षिका की नौकरी कर रही थी। फिलहाल पुलिस अब फरार चल रही सरिता यादव की गिरफ्तारी के लिए जानकारी जुटा रही है। कानपुर देहात जिले के रसूलाबाद थाना क्षेत्र स्थित चंदनपुर गांव की रहने वाली सरिता अपनी भाभी बबली की गिरफ्तारी के बाद से फरार है। उसके स्वजन भी मकान में ताला लगाकर भागे हुए हैं। कर्नलगंज पुलिस वांछित अभियुक्त के बारे में छानबीन के साथ ही शिक्षा विभाग के कुछ अधिकारियों के बारे में भी जानकारी जुटा जा रही है। कहा जा रहा है कि अनामिका नाम का जो आधार कार्ड विभाग में जमा किया गया था, उसमें उसके पिता का नाम और पता नहीं है।