बरेली : परिषदीय स्कूलों में शिक्षकों के दस्तावेजों की जांच शुरू हुई तो बरेली में भी सोमवार को एक बड़ा मामला पकड़ा गया। यहां भोजीपुरा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल में जो शिक्षक तैनात है। उसी के नाम, दस्तावेजों के सहारे मुजफ्फरनगर जिले में भी एक शिक्षक प्राइमरी स्कूल में नौकरी कर रहा है।
बीएसए ने शिक्षक का वेतन रोकते हुए जांच बैठा दी है। लखनऊ स्थित राज्य परियोजना निदेशालय से 192 संदिग्ध शिक्षकों की सूची जारी कर जांच के लिए कहा गया है। इनमें बरेली के भी चार शिक्षकों के नाम शामिल हैं। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि इसमें भोजीपुरा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल मुढ़िया चेतराम के प्रधानाध्यापक प्रदीप कुमार सक्सेना का नाम भी शामिल है। वह वर्ष 2005 से यहां कार्यरत है। जांच में पता चला कि उन्हीं के नाम, मार्कशीट, जन्म तिथि से लेकन पैनकार्ड पर दूसरा शिक्षक वर्ष 2011 से मुजफ्फरनगर के एक प्राइमरी स्कूल में तैनात है। दोनों शिक्षकों की जो मार्कशीट है, वह भी एक ही स्कूल और कॉलेज की है। सिर्फ घर का पता बदला हुआ है। शिक्षक से पूछताछ की तो उन्होंने खुद को सही बताया।
बीएसए ने शिक्षक का वेतन रोकते हुए जांच बैठा दी है। लखनऊ स्थित राज्य परियोजना निदेशालय से 192 संदिग्ध शिक्षकों की सूची जारी कर जांच के लिए कहा गया है। इनमें बरेली के भी चार शिक्षकों के नाम शामिल हैं। बीएसए विनय कुमार ने बताया कि इसमें भोजीपुरा ब्लॉक के प्राइमरी स्कूल मुढ़िया चेतराम के प्रधानाध्यापक प्रदीप कुमार सक्सेना का नाम भी शामिल है। वह वर्ष 2005 से यहां कार्यरत है। जांच में पता चला कि उन्हीं के नाम, मार्कशीट, जन्म तिथि से लेकन पैनकार्ड पर दूसरा शिक्षक वर्ष 2011 से मुजफ्फरनगर के एक प्राइमरी स्कूल में तैनात है। दोनों शिक्षकों की जो मार्कशीट है, वह भी एक ही स्कूल और कॉलेज की है। सिर्फ घर का पता बदला हुआ है। शिक्षक से पूछताछ की तो उन्होंने खुद को सही बताया।