अनामिका शुक्ला केस: फरार सरिता की तलाश में फिर कानपुर जाएगी पुलिस, स्कूल खुलने के बाद से नहीं आ रहीं दो टीचर और दो रसोइया, अब इन सभी को जारी किया जाएगा नोटिस

प्रयागराज : सोरांव के गोहरी स्थित कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में अनामिका शुक्ला बनकर नौकरी करने वाली सरिता यादव अब तक गिरफ्त में नहीं आ सकी है। कर्नलगंज पुलिस उसे पकड़ने के लिए फिर कानपुर देहात जाएगी। उसकी गिरफ्तारी होने से कई और राज सामने आने की बात कही जा रही है। ऐसे में पुलिस उसे जल्द से जल्द पकड़ना चाहती है।



सरिता कानपुर देहात के रसूलाबाद के चंदनपुर की रहने वाली है। पुलिस का दावा है कि संदिग्ध मोबाइल नंबर मिले थे, जिनकी लोकेशन सर्विलांस पर चंदनपुर के आसपास मिली।

माना जा रहा है कि वह किसी रिश्तेदार अथवा परिचित के घर में छिपी है। पुलिस को मुखबिरों से भी ऐसी ही कुछ जानकारी मिली है। कर्नलगंज पुलिस वहां की पुलिस के साथ उसकी तलाश करेगी। हालांकि भाभी बबली यादव की गिरफ्तारी के बाद से ही सरिता और उसके घर वाले मकान में ताला लगाकर फरार हैं। जांच में यह भी साफ हो चुका है कि सरिता ही अनामिका शुक्ला बनकर यहां बतौर शिक्षिका नौकरी करती थी। उसने अनामिका के नाम से फर्जी आधार कार्ड भी शिक्षा विभाग के दफ्तर में जमा किया था, जिसकी जांच चल रही है।

सरगना पुष्पेंद्र की मदद से रिश्तेदार बल्लू ने ही तेज सिंह यादव की बेटी सरिता व बहू बबली की नौकरी पैसा लेकर लगवाई थी। इंस्पेक्टर कर्नलगंज अरुण त्यागी का कहना है कि सरिता के बारे में कुछ सुराग मिले हैं। एक टीम फिर कानपुर भेजी जाएगी।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज: कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों की पांच शिक्षिकाओं और छह कर्मियों (कुल 11) ने अपने मूल एवं फोटो स्टेट दस्तावेज नहीं जमा किए हैं। इसमें से तीन शिक्षिकाओं ने दस्तावेज 69 हजार शिक्षक भर्ती की काउंसिलिंग में लगाने और एक ने खुद के दिल्ली में फंसे होने की जानकारी दी है। एक शिक्षिका की ओर से कोई सूचना नहीं दी गई है। यह दोनों शिक्षिकाएं और दो रसोइया आठ जून को स्कूल खुलने के बाद से नहीं आ रही हैं। अनामिका शुक्ला का प्रकरण सुíखयों में आने के बाद राज्य परियोजना निदेशक विजय किरन आनंद के निर्देश पर जिले के 20 कस्तूरबा विद्यालयों के स्टॉफ के दस्तावेजों की जांच शुरू की गई। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा ने 16 से 19 जून तक मूल और फोटो स्टेट दस्तावेज सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय में जमा करने के निर्देश दिए थे। कुल 241 शिक्षिकाओं और कर्मचारियों में से 230 ने दस्तावेज जमा किए। इस तरह पांच शिक्षिकाओं, एक लेखाकार, दो चौकीदार और तीन सहायक रसोइयों ने दस्तावेज नहीं जमा किए। चाका कस्तूरबा की शिक्षिका ने विभाग को कोई जानकारी नहीं दी है। जिला समन्वयक (बालिका शिक्षा) ताज मोहम्मद का कहना है कि दस्तावेज न जमा करने वाली शिक्षिकाओं व कर्मचारियों को नोटिस जारी किया जाएगा।