महराजगंज। शासन के निर्देश पर जिले में गठित तीन सदस्यीय समर्पित टीम
द्वारा जल्द ही परिषदीय विद्यालयों में तैनात शिक्षकों की भर्ती की जांच
प्रारंभ की जाएगी। जांच प्रक्रिया को समय से पूरा कराने के लिए बीएसए ने
सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर शिक्षकों के अभिलेखों को 16 जुलाई
तक प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है।
अनामिका शुक्ला का प्रकरण सामने आने केबाद प्रदेश सरकार ने बेसिक से लेकर
उच्च शिक्षा विभाग में नियुक्त सभी शिक्षकों की जांच के लिए एडीएम के
नेतृत्व में तीन सदस्यीय समिति गठित की है। समिति में एडीएम के अतिरिक्त,
अपर पुलिस अधीक्षक व जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को शामिल किया गया है। शासन
द्वारा फर्जी तरीके से नियुक्त हुए शिक्षकों की पहचान कर उन पर हुई
कार्रवाई की समीक्षा भी की जा रही है। इसे दृष्टिगत रखते हुए जांच समिति ने
जल्द से जल्द जांच पूरा कराते हुए अपनी रिपोर्ट जिम्मेदारों को सौंपने का
मन बनाया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जगदीश प्रसाद शुक्ल ने कहा कि शासन
के निर्देश के क्रम में समर्पित टीम द्वारा शिक्षकों की भर्ती की जांच
जल्द प्रारंभ होगी। इसके लिए सभी खंड शिक्षा अधिकारियों से शिक्षकों के
अभिलेखों व जांच प्रपत्रों को भी 16 जुलाई तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया
गया है।
4500 से अधिक परिषदीय शिक्षकों की होगी जांच
जांच की जद में पहले दस वर्ष में हुई भर्तियों के तहत नियुक्त शिक्षकों को रखा गया था, मगर सरकार द्वारा सभी शिक्षकों की जांच के निर्देेश के बाद जिले में तैनात सभी शिक्षकों को जांच की जद में रखा गया है। जिले में सहायक अध्यापक व प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्त 4500 से अधिक शिक्षकों की जांच होनी है। स्कूलों में नियुक्त 1900 शिक्षामित्रों व 334 अनुदेशकों की जांच भी कराई जानी है।
पहले भी भर्ती प्रक्रिया की हो चुकी है जांच
जिले में वर्ष 2010 के बाद नियुक्त हुए शिक्षकों की भर्ती की पहले भी जांच हो चुकी है। वर्ष 2017 में तत्कालीन जिलाधिकारी वीरेंद्र सिंह ने भी सदर तहसील में समिति बनाकर जांच कराई थी। एसटीएफ द्वारा भी अपने स्तर से जांच की जा रही है।
4500 से अधिक परिषदीय शिक्षकों की होगी जांच
जांच की जद में पहले दस वर्ष में हुई भर्तियों के तहत नियुक्त शिक्षकों को रखा गया था, मगर सरकार द्वारा सभी शिक्षकों की जांच के निर्देेश के बाद जिले में तैनात सभी शिक्षकों को जांच की जद में रखा गया है। जिले में सहायक अध्यापक व प्रधानाध्यापक पद पर नियुक्त 4500 से अधिक शिक्षकों की जांच होनी है। स्कूलों में नियुक्त 1900 शिक्षामित्रों व 334 अनुदेशकों की जांच भी कराई जानी है।
पहले भी भर्ती प्रक्रिया की हो चुकी है जांच
जिले में वर्ष 2010 के बाद नियुक्त हुए शिक्षकों की भर्ती की पहले भी जांच हो चुकी है। वर्ष 2017 में तत्कालीन जिलाधिकारी वीरेंद्र सिंह ने भी सदर तहसील में समिति बनाकर जांच कराई थी। एसटीएफ द्वारा भी अपने स्तर से जांच की जा रही है।