लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बेसिक शिक्षा विभाग के नवनियुक्त शिक्षकों को नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में पारदर्शिता की बात कही और चयनित अभ्यर्थियों से इस बारे में पूछा भी। उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग
के जरिये बदायूं की भावना सिंह, गोंडा की नमिता सिंह, रामपुर की क्षमा कपूर, हरदोई की ललिता त्रिपाठी और महोबा की राखी आर्य से बातचीत की। सभी से पूछा कि कहीं सिफारिश की जरूरत तो नहीं पड़ी। सभी ने इन्कार किया। योगी ने कहा कि पहले उत्तर प्रदेश में भर्तियों पर लेनदेन का कलंक था। आज कहीं सिफारिश की जरूरत नहीं। हम चोरी-छिपे नहीं, इस तरह नियुक्ति पत्र दे रहे हैं। योगी ने आवास पर सांकेतिक रूप से पूजा शुक्ला, वीरेंद्र कुमार मौर्य, जफर बेग, सरिता सिंह, नेहा देवी और नवीन राणा को नियुक्ति पत्र वितरित किए।योगी ने कहा कि बेसिक स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को अच्छी शिक्षा मिलनी चाहिए, ताकि उनकी नींव मजबूत बन सके। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार युवाओं को नौकरी देने के प्रति अत्यंत गंभीर है। अब तक लगभग 3.5 लाख से अधिक युवाओं को राजकीय सेवाओं में नौकरियां दी गई हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के 1.59 लाख परिषदीय विद्यालयों में 18 मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं के संतृप्तीकरण के लिए वर्ष 2018 से ऑपरेशन कायाकल्प अभियान चल रहा है। 1.8 करोड़ परिषदीय स्कूली बच्चों को यूनिफॉर्म, स्वेटर, जूता-मोजा, किताबें आदि निश्शुल्क दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कई देशों की आबादी भी 1.8 करोड़ नहीं है। अब तक 50 हजार स्कूलों का कायाकल्प कराया जा चुका है। योगी ने कहा कि 69,000 शिक्षकों की सफलतापूर्वक भर्ती एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। कुछ अड़चनों के कारण इसमें विलंब हुआ। कार्यक्रम को बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) सतीश चंद्र द्विवेदी ने भी संबोधित किया।