Gonda:- कान्वेंट को टक्कर देंगे जिले के सरकारी स्कूल:- जीआईसी में हुई शिक्षक-शिक्षिकाओं की तैनाती

 जिले के राजकीय इण्टर कॉलेज व राजकीय हाईस्कूल अब कान्वेंट स्कूलों को टक्कर देते दिखाई पड़ेंगे। इन स्कूलों में विभिन्न विषयों की पढ़ाई कराई जाएगी और छात्र छात्राओं को बेहतर माहौल देकर उन्हें कैरियर की

सफलता के लिए तराशा जाएगा। फखरुद्दीन अली अहमद राजकीय इण्टर कॉलेज में आयोजित अधिवेशन में यह संकल्प सभी शिक्षक शिक्षिकाओं ने लिया है। कार्यक्रम में नई शिक्षा नीति पर गहन चर्चा हुई और सभी नवनियुक्त शिक्षक शिक्षिकाओं ने बेहतरीन शिक्षण प्रणाली अपनाने का पूरा ब्लू प्रिंट दिखाया ।


शैक्षिक उन्नयन का खाका राजकीय इण्टरकालेजजीआईसी के प्रधानाचार्य अरुणकुमार मिश्र ने पेश किया। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के विजन, लक्ष्य, उद्देश्य रणनीति के अनुसार अपनी पूरी निष्ठा एवं क्षमता के अनुसार कार्य करने पर जोर डाला। प्रवक्ता अशोक पाण्डेय ने कहा कि हमें शासन से मिले लक्ष्यों को हर सूरत से पूरा करना हैं और खुद भी स्थानीय स्तर पर शैक्षिक उन्नयन के नए लक्ष्य बनाने हैं और उन्हें शत प्रतिशत पूरा करना है।

पाठ्यक्रम के हिसाब से पढ़ाई : कान्वेंट स्कूलों को पछाड़ने के लिए विषयगत सेलेबस पूरा करने पर जोर दिया। प्रतिभागियों ने यह संकल्प लिया कि वे अपने दायित्वों को पूरा करेंगे । ऐसे में बच्चों को रिवीजन के लिए कहा जाएगा। शिक्षक ऋषि शुक्ला ने कहा कि नई तकनीक के साथ पढ़ाई को बेहतर बनाया जाएगा। शिक्षिका रुबी सिंह ने कहा कि राजकीय स्कूल आने वाले दिनों में कान्वेंट को पछाड़ेंगे।

अभिभावकों के लिए बढ़ी उम्मीद की किरण: जिले के कम कमाई करने वाले परिवारों के लिए सरकारी स्कूलों में अच्छी पढ़ाई उम्मीद की नई किरण बनकर उभरी है। सरकारी स्कूलों में पढ़ने से बच्चों को पढ़ाने में अभिभावकों को कोई तकलीफ नहीं होगी।


बढ़ी शिक्षक संपदा : जिले के राजकीय इण्टर कॉलेज और राजकीय हाईस्कूल में शिक्षकों की कमी अब दूर हो गई हैं। उनके पास अब 47 नएटीचर मिले हुए हैं। प्रवक्ता अशोक पाण्डेय ने बताया कि अभी और टीचर राजकीय स्कूलों को मिलेंगे।

जिले में हैं 20 राजकीय विद्यालय जिले में कुल 20 राजकीय विद्यालय हैं जिसमें मुख्यालय पर जीआईसी व जीजीआईसी है और मसकनवा में जीजीआईसी है । यहां पर इण्टर तक की पढ़ाई होती है। ब्लॉकों में बने राजकीय विद्यालयों में त्योरासी, मुण्डेरवा माफी, अचलनगर, पहाड़ापुर, सेहरियाकला, रामपुर टेपरा, लौव्वा टेपरा, अकौनी, सोनौली मोहम्मदपुर, मछलीगांव, कोल्हुवा मुजेहना, गिलौली, बस्ती, सिसई टिकरिया, पेड़ारन, मधवापुर टिकरी, रांगी, जमदरा, महेवा गोपाल, दौलतपुर हैं जहां पर हाईस्कूल तक की पढ़ाई होती है।