नई दिल्ली। देश के सभी स्कूलों में अगले सत्र से नई होमवर्क नीति के तहत पढ़ाई होगी। सरकार ने नई शिक्षा नीति के तहत नर्सरी से 12वीं कक्षा तक के लिए होमवर्क नीति तैयार कर ली है। इसमें दूसरी कक्षा तक के छात्रों के लिए कोई होमवर्क नहीं होगा। तीसरी से पांचवीं तक के छात्रों को हफ्ते में सिर्फ दो घंटे का होमवर्क दिया जाएगा। इस नीति को राज्यों के शिक्षा बोर्ड और सीबीएसई के स्कूलों में लागू करना अनिवार्य होगा।
शिक्षा मंत्रालय के अधिकारी के मुताबिक, अब तक स्कूली शिक्षा में होमवर्क के लिए तय नियम नहीं थे। 1. कुछ निजी स्कूलों में छात्रों पर होमवर्क का भारी दबाव था, तो सरकारी स्कूलों में होमवर्क नहीं दिया जाता था।
इसीलिए नई शिक्षा नीति के तहत पहली बार स्टडी टाइम निर्धारित किया जा रहा है। होमवर्क पॉलिसी लागू करने का उद्देश्य छात्रों को
किताबी ज्ञान के बजाय रचनात्मक कार्यों से जोड़ना है। इसलिए होमवर्क पाठ्यपुस्तकों पर आधारित नहीं होगा, बल्कि बच्चों की समझ विकसित करना होगा।
9वीं से 12वीं तक रोजाना दो घंटे का होमवर्क
नई नीति में 9वीं से 12वीं कक्षा तक के छात्रों को प्रतिदिन दो घंटे का होमवर्क दिया जाएगा जबकि हफ्ते में यह समय दस से 12 घंटे का होना चाहिए। वहीं छठीं से आठवीं कक्ष तक के छात्रों को रोजाना एक घंटे का होमवर्क दिया जाएगा और हफ्ते में यह समय पांच से छह घंटे से अधिक नहीं होना चाहिए।