रायबरेली : जिनके कंधों पर बच्चों को अनुशासन और संस्कार देने की जिम्मेदारी होती है, वही अब अनुशासनहीन होते जा रहे हैं। सोशल मीडिया पर राजनीतिक टिप्पणी करना तो आम बात हो गई है।
अधिकारियों तक के विरुद्ध भी अपमानजनक बातें लिखी जा रहीं। ऐसा ही एक मामला नगर क्षेत्र का सामने आया। यहां एआरपी बने शिक्षक पर अफसरशाही का ऐसा रंग चढ़ा कि अधिकारी पर रौब गांठने लगे। इतना ही नहीं, दफ्तर में कर्मचारियों के सामने ही जमकर खरी-खोटी सुना दी। सबके सामने शिक्षक का यह रूप देख खुद को अपमानित महसूस कर मैडम ने उच्चाधिकारियों को सूचना दी। बीएसए ने मामले में कठोर कदम उठाते हुए वेतन रोकने की कार्रवाई की दी।घटना चार दिसंबर की है। खंड शिक्षा अधिकारी अनुराधा मौर्या ने बीएसए को भेजे पत्र में लिखा कि प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय कैपरगंज मो. शोएब हसन का चयन एकेडमिक रिसोर्स पर्सन पद पर हुआ है। शिक्षकों की कमी के चलते विद्यालय का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। चार दिसंबर को कार्यालय आने पर स्वेटर ले जाने के लिए कहा। इस पर इनके द्वारा उदंडता और अभद्रतापूर्वक बात की गई। अनाप-शनाप बोलते और चिल्लाते हुए चले गए।
मेरे पास सिर्फ वित्तीय प्रभार है
एआरपी बने शिक्षक मो. शोएब हसन का कहना है कि मेरे पास सिर्फ वित्तीय प्रभार है। हर दिन दो विद्यालय का निरीक्षण करना होता है। कार्य की अधिकता के कारण स्वेटर ले जाने से मना कर दिया। उक्त विद्यालय में कई शिक्षकों को भेजा गया, लेकिन किसी ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया। उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
इनकी सुनें
अनुशासनहीनता किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सहायक अध्यापक उच्च प्राथमिक विद्यालय किला (बालिका) सीमा दीक्षित को कार्यमुक्त करने का आदेश दे दिया गया है। उन्हें प्राथमिक विद्यालय कैपरगंज भेजा गया है।
आनंद प्रकाश शर्मा, बीएसए
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