69000 शिक्षक भर्ती से वंचित अभ्यर्थी मांग पर अड़े

 लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों के 69000 शिक्षक भर्ती प्रक्रिया से बंचित रहने वाले अभ्यर्थियों का सोमवार को जीआईसी निशातगंज के खेल मैदान में अनशन जारी रहा। वहीं दूसगे तरफ दिव्यांग अभ्यर्थियों ने भी अपनी मांगों को लेकर प्रदर्शन किया। अनशन पर बैठे अभ्यर्थी आवेदन के समय हुईं त्रुटिओं में सुधार करने का अवसर देने

और मूल अभिलेखों के आधार पर उनको नियुक्ति पत्र देने की मांग कर रहे हैं। इसमें ज्यादा प्राप्तंक और मेल व फोमेल गड़बड़ी वाले अभ्यर्थी शामिल है। अनशन पर बैठे अभ्यर्थी सौरभ, विकास, रुचि, बबली, आशुतोष, आशीष ने बताया कि उनके पक्ष में फैसला नहीं दिया गया तो आंदोलन और उग्र होगा। दूसरी तरफ दिव्यांग अभ्यर्थियों ने बताया कि विभाग द्वारा दिव्यांग आरक्षण अधिनियम आरपीडब्लूडी एक्ट 2016 का पालन नहीं किया गया। इससे उनके अधिकारों का हनन हो रहा है।



69000 शिक्षक भर्ती में मामूली त्रुटि के कारण भर्ती प्रक्रिया से बाहर किए गए अभ्यर्थियों ने सोमवार से अनशन करने का निर्णय लिया है। ये सभी सुबह 10 से शाम पांच बजे तक अन्न जल त्याग कर निशातगंज बेसिक शिक्षा निदेशालय के पीछे जीआईसी मैदान पर अपना आंदोलन जारी रखेंगे। त्रुटि सुधार को लेकर यह अभ्यर्थी सात दिसम्बर से धरने पर बैठे हैं। अभी एक जनवरी से केवल महिला अभ्यर्थी ही अनशन कर रहीं थीं, जिसमें से शनिवार को एक महिला अभ्यर्थी की तबीयत भी बिगड़ गई थी।

धरने पर बैठे अभ्यर्थी बताते हैं कि जल्दबाजी में आवेदन पत्र ऑनलाइन भरने के दौरान कुछ अभ्यर्थियों ने प्राप्तांक गलत भर दिए हैं। तो कई ने जेंडर गलत लिखा दिया। यानी पुरुष की जगह महिला या महिला की जगह पुरुष। कई ऐसे है जिन्होंने बीटीसी के स्थान पर विशिष्ट बीटीसी दर्ज कर दिया। बस इसी तरह की मानवीय त्रुटि के कारण उन्हें बाहर कर दिया गया। अभिषेक व विकास ने बताया कि इससे पहले 68500 शिक्षक भर्ती में इस तरह की मानवीय भूल करने वालों को पांच बार सुधार का मौका दिया गया था। अभ्यर्थियों का कहना है कि वह सभी चयनित हो चुके हैं। उन्हें एकबार सुधार का मौका मिले।