आजमगढ़। जनपद के परिषदीय स्कूलों में फर्जी दस्तावेज पर नौकरी करने वाले शिक्षकों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। जांच में दो और शिक्षक सामने आए हैं, जो फर्जी दस्तावेज पर नौकरी कर रहे थे। बीएसए ने तत्काल प्रभाव से दोनों की सेवा समाप्त कर दी है। साथ ही दोनों शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने और वेतन की रिकवरी की प्रक्रिया शुरू करने के लिए संबंधित खंड शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए हैं।
बलिया जिले के इब्राहीमपट्टी गांव निवासी उमाकांत गुप्ता की तैनाती शिक्षा क्षेत्र ठेकमा के प्राथमिक विद्यालय हजारेमलपुर में हुई थी। जनपद सिद्धार्थनगर के त्रिलोकपुर थाना क्षेत्र के इटया गांव के रहने वाले उमाकांत गुप्ता जो पूर्व माध्यमिक विद्यालय बिस्कोहर शिक्षा क्षेत्र भनवापुर में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात हैं। उन्होंने जिलाधिकारी आजमगढ़ व बीएसए आजमगढ़ से शिकायत दर्ज कराई
थी। उनका आरोप था कि उनके पैन व शैक्षणिक प्रमाण पत्र, अंक पत्रों से जनपद आजमगढ़ के विकास खंड ठेकमा के प्राथमिक विद्यालय हजारेमलपुर में कार्यरत किसी अन्य व्यक्ति ने व्यक्तिगत लोन ले रखा है।
इसकी जानकारी भारतीय स्टेट बैंक इटवा की शाखा से व्यक्तिगत ऋण लेने के दौरान बैंक के सिविल रिपोर्ट से मिली। इसके बाद मानव संपदा पोर्टल से जनपद-आजमगढ़ में अध्यापक डाटा सर्च किया तो उसमें भी फैक्टशीट से यह तथ्य और स्पष्ट हो गया कि उनके शैक्षणिक अभिलेख पर किसी अन्य व्यक्ति द्वारा उक्त विद्यालय पर फर्जी व कूटरचित ढंग से नौकरी कर रहे हैं। जांच में सभी शिकायतें सहीं मिलीं। बीएसए अम्बरीष कुमार ने शिक्षकों की सेवा समाप्त कर संबंधित बीईओ को एफआईआर व शिक्षकों द्वारा आहरित की गई धनराशि की रिकवरी करने के निर्देश दिए हैं।