वाराणसी। अंतरजनपदीय स्थानांतरण के तहत आवेदन करने वाले शिक्षकों की सूची शासन द्वारा बीते 31 दिसंबर को ही जारी कर दी गई। लेकिन बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय को स्थानांतरित शिक्षकों की सूची का
अब भी इंतजार है। जनपद से भी लगभग 300 शिक्षकों ने गैर जनपद स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था, लेकिन बाद में मानकों में फेरबदल व विसंगतियों के कारण लगभग 200 शिक्षक पहले ही मायूस हो चुके है, बाकि बचे 100 शिक्षकों के बीच संशय बना हुआ है।शासन द्वारा गैर जनपद स्थानांतरण के इच्छुक शिक्षकों को 31 मार्च 2019 तक प्राथमिक व उच्च प्राथमिक विद्यालयों के पुरुष शिक्षकों से तीन साल व महिला शिक्षकों से एक साल की सेवा पूर्ण करने वाले से आवेदन मांगा गया था। बाद में मानकों में फेरबदल करते हुए इसे पुरुष शिक्षकों से पांच साल व महिला शिक्षकों की सेवा पूर्ण करने की बाध्यता लागू कर दिया। जिसके बाद जनपद से अन्तरजनपदीय स्थानांतरण का आवेदन करने वाले 300 शिक्षकों में 150 शिक्षक पहले ही सूची से बाहर हो गये। वहीं आवेदन की विसंगितयों के कारण 50 शिक्षकों को सूची से बाहर हो गये।
वहीं दूसरी तरफ सूबे के विभिन्न जिलों से 31 शिक्षकों ने वाराणसी आने के लिए आवेदन किया था। अब इन सभी शिक्षकों को स्थानांतरण के बीच संशय बना हुआ है। जिसको लेकर शिक्षक बीएसए कार्यालय का चक्कर लगा रहे है। जबकि इस पूरी प्रक्रिया में बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय की भूमिका न के बराबर है। क्योंकि विद्यालयों का आवंटन आनलाइन होना है तथा शिक्षकों को वरीयता के मुताबिक स्कूलों का विकल्प चुनना होगा। बीएसए कार्यालय का कहना है कि परिषद की ओर से अब तक स्थानांतरित होने वाले शिक्षकों की सूची नहीं मिली है। हालांकि स्थानीय स्तर पर विद्यालयों में रिक्त पदों की सूची तैयार की जा रही है ताकि शासन का निर्देश मिलते ही ऐसे शिक्षकों को ज्वाइन कराया जा सके।