प्रदेश के 1.59 लाख विद्यालयों में पढ़ाने वाले लाखों शिक्षकों का अवकाश कैलेंडर अब तक जारी नहीं हो सका है। बेसिक शिक्षा परिषद हर वर्ष दिसंबर माह के अंत तक कैलेंडर जारी करता रहा है, ताकि उसी के अनुरूप विद्यालयों में छुट्टियां हो सकें। परिषद को इसके लिए शासन के कैलेंडर का इंतजार होता था।
इस बार शासन ने समय से अवकाश तालिका जारी की, लेकिन परिषद में यह अभी प्रक्रियाधीन है। राजकीय छुट्टियों व परिषद के विद्यालयों में होने वाले अवकाश में अंतर होता है, क्योंकि स्कूल की छुट्टियां बच्चों को ध्यान में रखकर तय होती हैं। वर्ष में कई ऐसे अवकाश होते हैं जिनका उल्लेख राजकीय कैलेंडर में नहीं होता, जबकि परिषद के विद्यालय बंद रहते हैं। इस बार कोरोना की वजह से स्कूलों में बच्चे नहीं आ रहे हैं, लेकिन शिक्षक जरूर अवकाश को लेकर असहज हैं।