अंतर्जनपदीय तबादला : कोर्ट के हस्तक्षेप की आशंका के बीच शिक्षकों को कार्यमुक्ति के आदेश का इंतजार।

 प्रयागराज : बेसिक शिक्षा परिषद के शिक्षकों का एक साल बाद अंतर जिला तबादला तो हो गया, लेकिन ज्वाइन करने का आदेश तीन दिन बाद भी नहीं आया है। इससे शिक्षकों में खलबली मची है। उन्हें डर है कि तबादलों में हुईं खासी गड़बड़ियों को लेकर कोर्ट कहीं स्थगनादेश न जारी कर दें। प्रयागराज से भी एक उच्च प्राथमिक शिक्षक का प्राथमिक स्कूल फरुखाबाद में तबादला होने का मामला सामने आया है।




परिषदीय शिक्षकों के अंतर जिला तबादले की सूची 31 दिसंबर को जारी हुई थी, इसमें 21,695 शिक्षकों को पसंदीदा जिले में जाने का मौका मिला है। जिन शिक्षकों का तबादला हो चुका है, वे जल्द ही कार्यमुक्त होना चाहते हैं, लेकिन अब तक इस संबंध में कोई आदेश नहीं आया है। 


प्रदेश के आठ आकांक्षी जिलों में अफसरों ने प्राथमिकता के आधार पर सैनिकों के परिजनों का तो तबादला कर दिया, लेकिन विवाहित महिलाएं बड़ी संख्या में छूट गईं, जबकि कोर्ट ने उन्हें राहत देने का आदेश दिया था। कहा जा रहा है कि कम अंकों वाले सैनिकों के परिजन 20 अंकों से अधिक पाने वाली शिक्षिकाओं पर भारी पड़े हैं।