AGRA: बेसिक शिक्षा विभाग में सात वर्ष में 12 अधिकारी, शिक्षक और लिपिक घूस लेते पकड़े गए

 आगरा। बेसिक शिक्षा विभाग में गत सात वर्षों में 12 अधिकारी, शिक्षक व लिपिक घूस लेते विजिलेंस और एंटी करप्शन टीम की ओर से रंगे हाथ पकड़े गए। वर्ष 2014 से कोई वर्ष ऐसा नहीं गया, जिसमें शिक्षा विभाग से कोई पकड़ा न गया हो। इस सूची में शिक्षक भी हैं, जिनको विभाग की ओर से एवीआरसी और एआरपी (एकेडमिक रिसोर्स पर्सन) की जिम्मेदारी मिली थी।


पहले पांच, फिर 3 हजार रुपये पर हुआ राजी
एंटी करप्शन टीम के मुताबिक, जितेंद्र कुमार बरौली अहीर ब्लाक के नगला बिहारी स्थित प्राथमिक विद्यालय में प्रधानाध्यापक और खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में एकेडमिक रिसोर्स पर्सन (एआरपी) भी हैं। नीरजा शर्मा ने जितेंद्र से संपर्क किया। आरोप है कि जितेंद्र कुमार ने निलंबन से बचाने के एवज में पांच हजार रुपये रिश्वत मांगी। बाद में वह तीन हजार रुपये लेकर रिपोर्ट उनके पक्ष में देने को तैयार हो गया।




शिक्षिका ने यूटा से संपर्क किया था
आगरा। यूटा के जिला संयोजक दिनेश चाहर ने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान व प्रदेश संयोजक विक्रांत पटेरिया के नेतृत्व में भ्रष्टाचार के विरुद्ध अभियान चलाया जा रहा है। जितेंद्र शर्मा के पकड़े जाने के पीछे भी संगठन ने भूमिका निभाई। शिक्षिका ने जिलाध्यक्ष राज सोलंकी से संपर्क किया था, यूटा की टीम ने एंटी करप्शन से शिकायत करने का सुझाव दिया। कई और अधिकारी व कर्मचारी रडार पर हैं। संगठन के पदाधिकारी शनिवार को ताजगंज थाने भी पहुंचे।

ये रही पकड़े गए अधिकारियों व कर्मचारियों की सूची