एलटी ग्रेड अर्हता के मसले पर जल्द सुलझ सकता है विवाद

 एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत हिंदी के चयनित अभ्यर्थियों की अर्हता के मसले पर उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) जल्द कोई निर्णय ले सकता है। अभ्यर्थियों का कहना है कि आवेदन प्रक्रिया के दौरान उनकी शैक्षिक अर्हता पूरी हो गई थी, लेकिन आयोग ने उनकी फाइलें रोक लीं। इस मसले पर सोमवार को अभ्यर्थियों ने आयोग में ज्ञापन दिया, जिसके बाद आयोग के मीडिया प्रभारी ने उन्हें आश्वस्त किया कि जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा।




एलटी ग्रेड शिक्षक भर्ती के तहत 15 मार्च 2018 से आवेदन की प्रक्रिया शुरू हुई थी। आवेदन के लिए एक माह का वक्त दिया गया था। आवेदन प्रक्रिया के दौरान एलटी ग्रेड हिंदी के लिए निर्धारित शैक्षिक अर्हता कई अभ्यर्थी पूरी नहीं कर रहे थे। उन्हें इंटरमीडिएट संस्कृत विषय के रिजल्ट का इंतजार था। परीक्षा परिणाम 29 अप्रैल 2018 को जारी किया गया। इसके बाद हाईकोर्ट के आदेश पर आयोग ने आवेदन की तिथि बढ़ा दी थी और अर्हता पूरी करने के बाद अभ्यर्थियों ने आवेदन किए। इनमें से कई अभ्यर्थियों का चयन भी हो गया और आयोग में उनके शैक्षिक अभिलेखों की सत्यापन प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है, लेकिन इनका चयन औपबंधिक मानकर आयोग ने फाइलें रोक कर रखी हैं।


अभ्यर्थियों का कहना है कि विज्ञापन में स्पष्ट उल्लेख है कि अभ्यर्थी जिस तिथि पर आवेदन कर रहा है, उस तिथि पर पद के लिए निर्धारित शैक्षिक अर्हता पूरी होनी चाहिए। उन्होंने तिथि बढ़ाए जाने के बाद आवेदन किया था और आवेदन की तिथि पर उनकी शैक्षिक अर्हता पूरी हो रही थी। ऐसे में उनकी फाइलें भी माध्यमिक शिक्षा निदेशालय को भेजी जानी चाहिए। इसी मुद्दे पर चयनित अभ्यर्थियों ने सोमवार को आयोग में ज्ञापन दिया। मीडिया प्रभारी पुष्कर श्रीवास्तव ने अभ्यर्थियों को आश्वासन दिया कि इस मामले आयोग में विचार-विमर्श हो रहा है। जल्द ही कोई निर्णय लिया जाएगा।