फर्जी शिक्षकों की सीडी से हो रहा मिलान, चार की बर्खास्तगी तय

जागरण संवाददाता, बदायूं : आगरा के डॉ. भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय से बीएड संबंधी एसआइटी जांच पूरी हो गई है। फर्जी शिक्षक-शिक्षिकाओं की सीडी बनाकर बेसिक शिक्षा निदेशक के माध्यम से मंडल के चारो जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पहुंचाई गई है।
प्राप्त हुई सीडी के आधार पर बीएसए ने खुद ही प्रमाण पत्रों की जांच शुरू की है। जिसमें फर्जी तौर पर नौकरी कर रहे चार शिक्षक-शिक्षिकाओं को चिह्नित किया गया है। अन्य की जांच जारी है। ¨चहित को सेवा समाप्ति का नोटिस देकर स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। सटीक जवाब न देने की स्थिति में बर्खास्तगी होगी।

आगरा विश्वविद्यालय में वर्ष 2005 में फर्जी बीएड की शिकायत पर एसआइटी जांच कराई गई थी। वर्षों हुई जांच के बाद 4570 शिक्षक-शिक्षिकाएं फर्जी मिले। जिनकी सीडी बनाकर निदेशक को दी। जो सहायक शिक्षा निदेशक को भेजी। जिन्होंने बीएसए को अपने जिलों में जांच करने के लिए सीडी भेज दी। शनिवार को बीएसए लैपटॉप लेकर कर्मचारी को अपनी सीट के पास बिठाया और सीडी खोलकर देखा। जिसमें तीन पीडीएफ एक टेंपर्ड, फेक व फाइनल फाइल हैं। टेंपर्ड यानि अंकपत्र से छेड़छाड़ करने वाले 1052, फेक यानि रिकार्ड न होने वाले 3571 बीएड के छात्र हैं। वर्ष 2005 में आगरा विश्वविद्यालय से बीएड करने वाले 72 हजार 825, 16 हजार, 15 हजार, 29 हजार, 15 सौ आदि शिक्षक भर्ती के शिक्षक-शिक्षिकाओं का डाटा खंगाला जा रहा है। एसआइटी की ओर से प्राप्त सीडी से उनके प्रमाण पत्र के अंकपत्र व अनुक्रमांक का मिलान किया जाएगा। मिलान करने पर पहले दिन चार शिक्षक फर्जी मिले हैं। जिन्हें सेवा समाप्ति नोटिस देने की तैयारी चल रही है। बीएसए प्रेमचंद यादव ने बताया कि सीडी से भर्ती शिक्षकों के डाटा का मिलान किया जा रहा है। अभी तो चार के फर्जी होने की संभावना है। जिनका फर्जी सूची में नाम भी है। उन्हें सेवा समाप्ति का नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा। उसके बाद अग्रिम कार्रवाई होगी।
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