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असोसिएट हैं या असिस्टेंट प्रफेसर, विभाग को ही नहीं पता

एनबीटी संवाददाता,लखनऊ लखनऊ विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में तैनात शिक्षिका डॉ. अपर्णा गोडबोले के पद पर भी सवाल खड़ा गया है। वह असोसिएट प्रफेसर हैं या असिस्टेंट प्रफेसर यह विभाग को ही नहीं पता है।

दरअसल विवि प्रशासन की ओर से जारी बोर्ड ऑफ स्टडीज की बैठक की नोटिस में अपर्णा गोडबोले का पद असोसिएट प्रफेसर लिखा गया है। यह सभी नोटिस में है। वहीं विजय शर्मा की ओर से लगाई गई आरटीआई जवाब में अपर्णा गोडबोले ने खुद को असिस्टेंट प्रफेसर लिखा है। असिस्टेंट रजिस्ट्रार भावना मिश्रा की ओर से जारी आदेश में उन्हें असोसिएट प्रफेसर लिखा गया है। ऐसे में विवि प्रशासन को ही नहीं पता कि उनका पद क्या है।
दरअसल साल 2005 में पत्र संख्या 34464 के तहत उन्हें करियर अडवांसमेंट स्कीम के तहत असोसिएट प्रफेसर का वेतनमान दिया गया था, लेकिन उन्हें पद नहीं दिया गया, लेकिन उसे कई जगह पद की तरह लिखा जा रहा है। विभाग की हेड प्रो. अमिता बाजपेई से जब इस संबंध में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वह असोसिएट प्रफेसर हैं। लेकिन जब उनसे आरटीआई और वेतनमान के आदेश के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इसकी जानकारी नहीं है। ऐसे में हेड को ही नहीं पता है कि उनके विभाग में तैनात शिक्षक किस पद पर हैं। गौरतलब है कि अपर्णा गोडबोले की नियुक्ति के खिलाफ मुख्यमंत्री व कुलपति से शिकायत की जा चुकी है, जिस पर जांच चल रही है। अब उनके पद का यह नया प्रकरण सामने आया है।

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