10वीं-12वीं के रिजल्ट में बड़े बदलाव, कक्षा नौ में प्रारंभिक गणित में नहीं होंगे प्रवेश, दोनों कक्षाओं के 10-10 टॉपरों की कॉपियां होंगी वेबसाइट पर

राज्य ब्यूरो, इलाहाबाद : यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा 2018 का रिजल्ट इसी माह के अंत में आ रहा है। परीक्षा परिणाम को अंतिम रूप देने की तैयारियां तेज हैं, अगले सप्ताह तारीख का औपचारिक रूप से एलान होगा। शासन के निर्देश पर पहले हाईस्कूल फिर इंटर का रिजल्ट देने पर मंथन हुआ लेकिन, अब दोनों परिणाम एक बार फिर साथ आएंगे।

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं छह फरवरी से 10 मार्च तक चलीं। हाईस्कूल में 37 लाख 12 हजार 508 और इंटर में 30 लाख 17 हजार 32 सहित कुल 67 लाख 29 हजार 540 परीक्षार्थियों का इम्तिहान देना था। 50 जिलों में कोडिंग वाली उत्तर पुस्तिकाओं पर इम्तिहान हुआ, सीसीटीवी कैमरे की पहल और नकल पर विशेष अंकुश लगने के कारण करीब 11 लाख 29 हजार से अधिक ने परीक्षा छोड़ दी। इससे मूल्यांकित होने वाली उत्तर पुस्तिकाओं की संख्या काफी घट गई। पहली बार सीसीटीवी की निगरानी में कॉपियों का मूल्यांकन भी कराया गया।
परीक्षा संस्था ने इस बार परिणाम कई अहम बदलाव किए हैं। बोर्ड प्रशासन पिछले वर्षो तक हाईस्कूल व इंटर के टॉपर की अधिकृत सूची देने से कतराता रहा है, वह केवल मीडिया की सहूलियत के लिए मेधावियों के नाम व अंक मुहैया करा देता था, जबकि इस बार हाईस्कूल व इंटर के दस-दस मेधावियों की उत्तर पुस्तिका बोर्ड की वेबसाइट पर अपलोड होगी। जिसे अन्य परीक्षार्थी भी देख सकते हैं कि आखिर कैसे टॉपर बनते हैं। यही नहीं बोर्ड प्रशासन सामान्य रूप से मई माह के दूसरे पखवारे या फिर जून माह तक परीक्षा का परिणाम देता आ रहा है, पहली बार रिजल्ट अप्रैल माह में ही इसलिए दिया जा रहा है कि छात्र-छात्रओं की पढ़ाई प्रभावित न हो। बोर्ड ने इस बार भी एक साथ दोनों रिजल्ट देने का निर्णय लिया है। जिस तरह इस बार परीक्षार्थियों ने बड़ी संख्या में इम्तिहान छोड़ा है और नकल रोकने पर विशेष सख्ती बरती गई, ऐसे में पिछले वर्षो की अपेक्षा परीक्षा परिणाम का सफलता प्रतिशत काफी नीचे आने के भी आसार हैं।1बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव ने बताया कि रिजल्ट देने की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। अगले सप्ताह औपचारिक रूप से रिजल्ट की तारीख का एलान होगा। परिणाम इसी माह के अंतिम सप्ताह में आना तय है।
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