अभी स्कूलों में नहीं शुरू हो पाई बायोमीट्रिक हाजिरी, मशीन चालू होने पर शिक्षकों के साथ ही छात्र-छात्राएं भी नहीं मार पाएंगे बंक

पीलीभीत : अभी जनपद के माध्यमिक स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों की बायोमीट्रिक हाजिरी शुरू नहीं हो पाई है।
इस वजह से मैनुअल ही हाजिरी लगाई जा रही है। विभाग ने पहले चरण में चार राजकीय इंटर कालेजों में बायोमीट्रिक मशीन लगाने का फैसला किया है। शिक्षक के साथ ही छात्र-छात्रएं बंक नहीं मार पाएंगे।

1सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में पढ़ने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं व बच्चों की हाजिरी बायोमीट्रिक से लगवाई जाती है, जिससे क्लास में बच्चों की उपस्थिति काफी अधिक रहती है। राज्य सरकार ने विभाग से जुड़े स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन से हाजिरी को अनिवार्य कर दिया है। इस संबंध में राजकीय, सहायता प्राप्त और वित्तविहीन स्कूलों को जानकारी दी जा चुकी है। बायोमीट्रिक मशीन में समय से हाजिरी लगानी पड़ेगी अन्यथा विलंब का समय दर्ज हो जाएगा। इसमें किसी प्रकार का बहाना नहीं चल सकेगा। जनपद भर में राजकीय, सहायता प्राप्त व वित्तविहीन के 160 से अधिक माध्यमिक विद्यालय हैं, जहां पर कक्षा छह से बारह तक की पढ़ाई होती है। शैक्षिक सत्र 2018-19 को शुरू हुए एक पखवारे का समय हो चुका है। इस समय प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। अभी तक किसी माध्यमिक स्कूलों में बायोमीट्रिक हाजिरी शुरू नहीं हो सकी है। अभी भी क्लास रूम में कक्षाध्यापक मैनुअल ढंग से बच्चों की हाजिरी लगा रहे हैं, जिसमें हेरफेर भी हो जाता है। हेरफेर को समाप्त करने के लिए बायोमीट्रिक मशीन लगवाने का फैसला लिया गया। जिला विद्यालय निरीक्षक राजेश कुमार वर्मा ने बताया कि प्रथम चरण में राजकीय बालिका इंटर कालेज पीलीभीत, ड्रमंड राजकीय इंटर कालेज, न्यूरिया हुसैनपुर समेत चार स्कूलों में बायोमीट्रिक मशीन लगाई जाएगी। इसके बाद धीरे-धीरे सभी राजकीय कालेजों में मशीन लगेगी। इन स्कूलों के लिए 25-25 बायोमीट्रिक मशीन दी जा चुकी हैं। प्रवेश प्रक्रिया समाप्त होने के बाद बायोमीट्रिक मशीनों को स्थापित करा दिया जाएगा। इन मशीनों में शिक्षक और बच्चा दोनों ही रोजाना हाजिरी लगाएंगे। मालूम हो कि प्रदेश शासन के निर्देश पर कई विद्यालयों में बायोमीट्रिक मशीन लगाने के आदेश हैं। इस व्यवस्था के पीछे शासन की मंशा है कि शिक्षक समय से स्कूल आएं और बच्चों को पढ़ाने का कार्य करें। अभी तक यह देखा जा रहा है कि कई शिक्षक नियमित स्कूल नहीं जाते हैं और दिन जाकर कई दिन की हाजिरी लगाकर घर चले आते हैं।
शिक्षकों के साथ ही छात्र-छात्रएं भी नहीं मार पाएंगे बंक
अभी तक क्लास रूम में रजिस्टर में लगती थी विद्यार्थियों की हाजिरी

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