कुशीनगर: मदरसा आधुनिकीकरण शिक्षकों का मानदेय दो साल से बकाया है।
दुश्वारी झेल रहे शिक्षकों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है। बकाया
भुगतान को लेकर सरकार को तनिक भी ¨चता नहीं है। शिक्षकों के परिवार के
सदस्यों का भरण-पोषण मुश्किल से हो रहा है।
यही नहीं जांच के नाम पर मदरसा
शिक्षकों का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। अब उत्पीड़न का विरोध होगा तथा
तीन सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदेश व्यापी आंदोलन भी होगा। यह बातें रविवार
को अखिल भारतीय मदरसा आधुनिकीकरण विज्ञान शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष एजाज
अहमद ने कही। यह जूनियर हाईस्कूल परिसर में संघ की बैठक की अध्यक्षता कर
रहे थे। जिलाध्यक्ष ने सरकार पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए एकजुट होने
का आह्वान किया। संरक्षक जमीर अंसारी ने कहा कि महंगाई को देखते हुए
राज्यांश एवं केंद्रांश में बढ़ोतरी की जाए। जिला उपाध्यक्ष सुलेमा अंसारी
ने कहा कि वर्षों से सेवा दे रहे विज्ञान शिक्षकों को अभी तक मानदेय पर
सेवा ली जा रही है। शिक्षकों को स्थायी कर दिए जाने से सुरक्षा बढ़ जाएगी
तथा शिक्षा की गुणवत्ता में चौंकाने वाला सुधार आएगा। बैठक को जैनुल
अंसारी, मेहरूद्दीन अंसारी, कामिल परवेज, एखलाक अहमद, अनवारूल होदा, महताब
आलम, सहाबुद्दीन अंसारी, किशोर अली, कैसर अंसारी, हरेंद्र प्रताप ¨सह, उमेश
चंद, आलमगीर खान, अनवर अंसारी, अब्दुल कादी, मो. आरिफ, फिरोज, मुस्तफा
अंसारी, इकरार अंसारी आदि ने भी संबोधित किया।