ललितपुर : चयन वेतनमान के फलस्वरूप वित्तीय स्तरोन्नयन होने पर एक वेतन वृद्धि प्रदान करते हुए उच्चीकृत लेबल में वेतन निर्धारण करने की राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ ने की मांग

राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ उ0प्र0 जनपद - ललितपुर के प्रतिनिधि मंडल ने मान0 जिलाधिकारी महोदय ललितपुर - श्री मानवेन्द्र सिंह जी एवम जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ललितपुर - श्री मायाराम जी को एक ज्ञापन सौपकर शासनादेशानुसार एक वेतन वृद्धि जोड़ते हुए अगले उच्च लेवल में चयन वेतनमान निर्धारण कराये जाने की मांग की।

जिलाध्यक्ष - रविकांत ताम्रकार ने कहा कि मूल शासनादेश दिनांक 22 -12-2016 के प्रस्तर 9 (1) व संलग्नक 6 तथा शासनादेश 10 अक्टूबर 2017 के संलग्नक - 3 व 4  में  उल्लिखित सुस्पष्ट व्यवस्थानुसार सुनिश्चित कैरियर योजनान्तर्गत चयन वेतनमान अर्थात वित्तीय स्तरोन्नयन का लाभ होने की स्थिति में एक वेतन बृद्धि जोड़ते हुए अगले उच्चीकृत लेवल में वेतन निर्धारण के स्पष्ट निर्देश है। जिसके क्रम में वित्त नियंत्रक बेसिक शिक्षा परिषद उ0प्र0 ने भी उक्त शासनादेश के प्रस्तर - 9( 1 ) के संलग्नक -6  अनुसार जिसमे एक वेतन वृद्धि जोड़कर अगले उच्च स्लेव में चयन  वेतनमान के निर्देश दिए गए।
किन्तु वित्त एवम् लेखाधिकारी द्वारा कहा जा रहा है कि वित्त नियंत्रक उ0प्र0 ने मौखिक मना किया है जो पूर्णतया गलत , अनुचित व शासनादेशो के विरूद्ध है
रविकांत ताम्रकार ने कहा कि मौखिक क्या होता है जबकि इसी उक्त शासनादेशानुसार माध्यमिक शिक्षा में भी चयन वेतनमान निर्धारण किया गया है।
तथा बेसिक शिक्षा व माध्यमिक शिक्षा में इसी उक्त शसनादेशानुसार ही वेतन निर्धारण , पदोन्नत वेतन निर्धारण व वार्षिक वृद्धि देय होती है फिर चयन वेतनमान निर्धारण के लिए अलग से आदेश क्यों ?
उन्होंने कहा कि उक्त मूल शासनादेश के क्रम में प्रदेश के अन्य कई जनपदों जैसे - झांसी , औरैया , गोरखपुर , बरेली व अन्य में एक वेतन वृद्धि जोड़कर चयन वेतनमान निर्धारण की कार्यवाही की गई है
   अतःउक्त शासनादेशो व निर्देशो के अनुपालन में जनपद ललितपुर में एक वेतन वृद्धि जोड़ते हुए अगले उच्च लेवल में चयन वेतनमान निर्धारण की कार्यवाही अविलम्ब की जाए ।
एवम शिक्षको की चयन वेतनमान की पत्रावलियां निजस्वार्थ विगत लगभग 8 माह से ब्लॉक स्तर पर लंबित रखने वाले अधिकारियो व जिला कार्यालय कार्यालय स्तर पर लम्बित रखने वाले लिपिक के विरूद्ध प्रशासनिक दंडात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाए।
  अन्यथा संगठन शीघ्र ही प्रभावित शिक्षको के साथ अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन को बाध्य होगा।
इस मौके पर पं० अरविन्द तिवारी , हेमन्त तिवारी , कैलाश चन्द्र राणा , दिवाकर शुक्ला , सनिल सैनी , अरविन्द गौतम , हरभजन सिंह सिसौदिया , वीरेंद्र रजक , संजय सेन , देशभक्त चतुर्वेदी , राकेश शर्मा , दशरथ प्रसाद , महेंद्र साहू , अम्बरीष विश्वकर्मा , बालकिशन सोनी , उमाशंकर राठौर , अंशु नामदेव , वीर सिंह कुशवाहां , पुष्पेन्द्र जैन , कमलदास साध , शंकर लाल सेन आदि उपस्थित रहे।