अलीगढ़: अलीगढ़ के इगलास कस्बे में स्थित
शिवदान सिंह इंटर कॉलेज के एक दलित शिक्षक के अपमान का मामला सामने आया है.
दलित शिक्षक द्वारा फेसबुक पर एक अखबार की कटिंग पोस्ट करना इतना भारी पड़ा
कि शिक्षक को पुलिस के सामने बीजेपी नेता के पैर छूकर माफी मांगनी पड़ी.
पेपर कटिंग में जाति विशेष के खिलाफ कुछ लिखा गया था.
शिक्षा ने अखबार की कटिंग शेयर की थी
बताया जा रहा है कि दलित शिक्षक ने एक अखबर की कटिंग फेसबुक पर शेयर की थी. पेपर कटिंग में जाति विशेष के खिलाफ कुछ लिखा गया था. एक बीजेपी कार्यकर्ता ने इससे भावनाओं को आहत करने की शिकायत दर्ज करा दी. शिकायत के बाद दलित शिक्षक ने पोस्ट डिलीट कर दी. और लिखित में माफ़ी मांग ली. इसके बाद भी बीजेपी के मंडल अध्यक्ष कालीचरण गौड़ को संतुष्टि नहीं मिली उन्होंने दलित शिक्षक को थाने बुलवाया.
पैर छूकर माफी मांगी फिर जाने दिया, जांच के आदेश
थाने में पीड़ित शिक्षक से माफी मांगने को कहा गया. शिक्षक ने ऐसा ही किया, लेकिन इसके बाद भी उसे पैर छूकर माफ़ी मांगने को कहा गया. इस पर शिक्षक ने पहले हाथ जोड़े और फिर पैर छुए. इसके बाद शिक्षक को छोड़ दिया गया. मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं. अलीगढ़ देहात के एसपी डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा कि इगलास थाने के CO को इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं.
एक दिन पहले ही बारात पर किया गया था हमला
वहीँ, एक पहले ही उत्तर प्रदेश के एटा जिले में दलितों के साथ भेदभाव का मामला सामने आया था. दलित युवक की शादी के दौरान निकालने पर दलितों के ऊपर हमला किया गया. हमले में 10 बाराती घायल हो गए. इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दलितों का कहना था कि गांव के उच्च जाति के कुछ लोगों ने उन पर ये कहते हुए हमला किया कि गांव में 75 सालों से कोई बरात नहीं निकली है, इसलिए अब भी नहीं निकलेगी.
शिक्षा ने अखबार की कटिंग शेयर की थी
बताया जा रहा है कि दलित शिक्षक ने एक अखबर की कटिंग फेसबुक पर शेयर की थी. पेपर कटिंग में जाति विशेष के खिलाफ कुछ लिखा गया था. एक बीजेपी कार्यकर्ता ने इससे भावनाओं को आहत करने की शिकायत दर्ज करा दी. शिकायत के बाद दलित शिक्षक ने पोस्ट डिलीट कर दी. और लिखित में माफ़ी मांग ली. इसके बाद भी बीजेपी के मंडल अध्यक्ष कालीचरण गौड़ को संतुष्टि नहीं मिली उन्होंने दलित शिक्षक को थाने बुलवाया.
पैर छूकर माफी मांगी फिर जाने दिया, जांच के आदेश
थाने में पीड़ित शिक्षक से माफी मांगने को कहा गया. शिक्षक ने ऐसा ही किया, लेकिन इसके बाद भी उसे पैर छूकर माफ़ी मांगने को कहा गया. इस पर शिक्षक ने पहले हाथ जोड़े और फिर पैर छुए. इसके बाद शिक्षक को छोड़ दिया गया. मामला सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं. अलीगढ़ देहात के एसपी डॉक्टर यशवीर सिंह ने कहा कि इगलास थाने के CO को इस मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं.
एक दिन पहले ही बारात पर किया गया था हमला
वहीँ, एक पहले ही उत्तर प्रदेश के एटा जिले में दलितों के साथ भेदभाव का मामला सामने आया था. दलित युवक की शादी के दौरान निकालने पर दलितों के ऊपर हमला किया गया. हमले में 10 बाराती घायल हो गए. इन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था. दलितों का कहना था कि गांव के उच्च जाति के कुछ लोगों ने उन पर ये कहते हुए हमला किया कि गांव में 75 सालों से कोई बरात नहीं निकली है, इसलिए अब भी नहीं निकलेगी.