यूपी में मिशन पोषण के अंतर्गत होंगी 1940 भर्तियां, जानें पद और सैलरी के बारे में

 उत्तर प्रदेश में राज्य पोषण मिशन के तहत 1940 पदों पर भर्ती होगी। ये पद आउटसोर्सिंग से भरे जाएंगे। इन पदों पर अधिकारी व कर्मचारियों की नियुक्ति से प्रदेश में कुपोषित बच्चों का सही आंकड़ा सामने आ पाएगा। ये

पद 2017-18 से हैं। इस संबंध में मिशन की महानिदेशक एस राधा चौहान ने आदेश जारी किया है। जानकारी के अनुसार इनमें 75-75 पद जिला समन्वयक और जिला समन्वयक एसोसिएट के हैं। वहीं 895 ब्लॉक समन्वयक व 895 पद प्रोजेक्ट एसोसिएट के होंगे। जिला समन्वयक को 30 हजार रुपये प्रतिमाह मानदेय दिया जाएगा।



ए के पांडेय (अध्यक्ष प्रांतीय सीडीपीओ वेलफेयर एसोसिएशन उ.प्र.) ने कहा, एसोसिएशन लम्बे समय से ब्लॉक स्तर पर कर्मचारियों की तैनाती की मांग कर रही थी। अपर मुख्य सचिव को बधाई, इससे कुपोषण की सही तस्वीर सामने आएगी और विभागीय काम तेज होंगे। 

एम्बुलेन्स सेवाओं में 1100 कर्मचारियों की तैनाती शीघ्र
उत्तर प्रदेश में संचालित 102, 108 और एएलएस एम्बुलेंस सेवाओं में करीब 1100 प्रशिक्षित ईएमटी को शीघ्र ही वरिष्ठता के आधार पर तैनाती दी जाएगी। सभी को नियुक्ति पत्र देकर विभिन्न जिलों में भेजा जा रहा है। कर्मचारियों को इसी माह के अंत तक अपनी नियुक्ति के स्थान पर रिपोर्ट करना होगा। 

सरकारी एम्बुलेंस सेवा प्रदाता संस्था के अधिकारियों के अनुसार लोगों को सरकारी एम्बुलेंस सेवा का लाभ दिलाने के लिए इन कर्मचारियों की तैनाती की जा रही है। प्रदेश में 102, 108 और एएलएस एम्बुलेंस सेवाओं के संचालन की जिम्मेदारी जीवीके ईएमआरआई नामक संस्था के पास है। संस्था के एचआर हेड डॉ. मदन शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। सभी कर्मचारियों को नियुक्ति पत्र निर्गत किए जा रहे हैं। कर्मचारी इमरजेंसी मेडिकल टेक्नीशियन के रूप में  सेवाएं देंगे। इसी हफ्ते संबंधित जिलों में ड्यूटी संभालनी होगी। 

कब डायल करें 108
आकस्मिक चिकित्सा सहायता के लिए सरकारी अस्पताल जाने के लिए। जैसे दिल का दौरा पड़ने, तेज पेटदर्द, सांस में तकलीफ होने पर, दुघर्टना होने पर।

कब डायल करें 102
102 एम्बुलेंस सेवा में गर्भवती महिलाओं और दो साल तक के बच्चों को घर से नजदीकी सरकारी अस्पताल तक लाने व वापस घर तक छोड़ने की नि:शुल्क सुविधा दी जाती है।