नए नियुक्त 31277 शिक्षकों को स्कूल में तैनाती ऑनलाइन दिए जाने पर संशय है। ऑनलाइन तैनाती के लिए बेसिक शिक्षा विभाग को कैबिनेट से प्रस्ताव मंजूर करवाया है। इसमें समय लगना निश्चित है। दूसरी तरफ नवनियुक्त शिक्षक तैनाती के लिए दबाव बना रहे हैं। लिहाजा इस बार पुरानी प्रक्रिया से ही तैनाती दी जा सकती है।
अभी तक नए नियुक्त होने वाले शिक्षकों को बेसिक शिक्षा अधिकारी ब्लॉक आवंटित करते थे। विभाग इस व्यवस्था में बदलाव चाह रहा है और शिक्षकों को ऑनलाइन तरीके से सीधे स्कूल आवंटित करने की योजना है। उन स्कूलों की सूची तैयार की जाएगी जहां शिक्षकों के पद रिक्त है और शिक्षकों को इन स्कूलों में सीधे तैनाती दी जाएगी। बता दें कि अभी तक ब्लॉक और स्कूल आवेदन का जिम्मा बेसिक शिक्षा
अधिकारियों का था।
इस व्यवस्था में बदलाव के लिए सेवा नियमावली में संशोधन किया जा रहा है। इसके बाद ही ऑनलाइन व्यवस्था लांच की जा सकती है। 16 अक्तूबर को इन शिक्षकों को नियुक्ति पत्र दिया गया है।
शिक्षक हो रहे अधीर इस पूरी प्रक्रिया में समय लग सकता है जबकि नियुक्त होने वाले शिक्षक तुरंत स्कूलों में तैनाती चाह रहे हैं। कई स्तरों पर मामला न्यायालय में विचाराधीन होने के कारण शिक्षक अब और इंतजार नहीं करना चाहते। वहीं नियुक्ति के बाद मामला न्यायालय में फंस जाने पर विभाग की फजीहत भी होगी क्योंकि मुख्यमंत्री इन्हें नियुक्ति पत्र दे चुके हैं।
कई जिलों में शुरू हुआ खेल
तैनाती और स्कूल आवंटन के लिए कई जिलों में खेल' शुरू हो गया है। अभी तक कोई आदेश जारी न होने के कारण दलाल सक्रिय हो गए हैं और शहर के नजदीक वाले स्कूलों में तैनाती के लिए सुविधा शुल्क तय किया जा रहा है जबकि जिलों में ज्यादातर दूरस्थ स्कूलों में रिक्तियां होती हैं। अपने मनचाहे ब्लॉक या स्कूल में तैनाती के लिए शिक्षक जुगाड़ लगाने में लगे हैं।